हमारी विरासत : गोपाचल पर्वत, ग्वालियर (मध्यप्रदेश)

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क्षेत्र परिचय
24 जैन तीर्थंकरों की आश्चर्यजनक रॉक-कट मूर्तियों के साथ गोपाचल पर्वत है। ग्वालियर में, गोपाचल पर चट्टान से उकेरी गई इन प्रभावशाली मूर्तियों का दौरा करना एक आध्यात्मिक और विस्मयकारी अनुभव है। कमल पर विराजमान तीर्थंकर आदिनाथ जी की 47 फीट ऊंची विशाल अखंड प्रतिमा देखने लायक है। तोमर राजाओं द्वारा 14वीं और 15वीं शताब्दी के बीच निर्मित, ये शानदार मूर्तियाँ एक तरह के स्थापत्य चमत्कार में से एक हैं।
यह क्षेत्र तीर्थंकर पार्श्वनाथ जी की देशनास्थली व सुप्रतिष्ठित केवली की निर्वाणस्थली है। यहाँ पर्वत पर 26 जिनालयों के अंदर छोटी बड़ी 1500 से अधिक मुर्तिया है।
यह हमारी प्राचीन बहुमूल्य संरक्षण और संवर्द्धन की प्रतीक्षा में है।

स्थान: फूलबाग रोड, गोपाचल मार्ग, लश्कर, ग्वालियर (मध्यप्रदेश)
समय: सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे
प्रवेश शुल्क: कोई प्रवेश शुल्क नहीं

👉 मार्गदर्शन
रेल मार्ग: ग्वालियर प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यहां सभी प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेन रूकती है।
सड़क मार्ग: ग्वालियर बस स्टैंड

👉 सुविधाएं: लश्कर में नई सड़क पर महावीर जैन धर्मशाला सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला है।

👉 निकटतम तीर्थ क्षेत्र: स्वर्ण मंदिर (ग्वालियर), सोनागिर जी, पनिहार, बरई, आमीगांव, करगुआ जी (झांसी) आदि।

संपर्क सूत्र:
0751 2427778
0751 2431000
9301122000

🙏 नमनकर्ता: सचिन जैन, बड़ौत

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