फागी संवाददाता
फागी कस्बे सहित परिक्षेत्र के चकवाडा, चोरू,नारेड़ा,मंडावरी, मेहंदवास, निमेडा, लसाडिया तथा लदाना सहित कस्बे के जिनालयों मे जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान का ज्ञान कल्याणक महोत्सव एवं 11 तीर्थंकर श्रेयांश नाथ भगवान का जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव हर्षोल्ल्लास पूर्वक मनाया ,कार्यक्रम में जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने अवगत कस्बे के बीचला मंदिर पार्श्वनाथ जिनालय में प्रातः श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा करने बाद अष्टद्रव्यों से पूजा अर्चना कर देश की सर्वोच्च साध्वी गणिनी आर्यिका ज्ञानमति माताजी, विशुद्ध मति माताजी, आर्यिका विज्ञा श्री माताजी तथा आचार्य वर्धमान सागर महाराज, समाधिस्थ आचार्य विद्यासागर महाराज, गुणसागर महाराज सहित विभिन्न पूर्वाचार्यों के अर्घ्य अर्पित करने के बाद जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर देवाधिदेव आदिनाथ भगवान का ज्ञान कल्याणक महोत्सव एवं 11 वें तीर्थंकर श्रेयांश नाथ भगवान का सामूहिक रूप से जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव का जयकारों के साथ अर्घ्य चढ़ाकर विश्व में सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की गई, कार्यक्रम में पंडित संतोष बजाज एवं पंडित कैलाश कडीला ने बताया कि श्रेयांश नाथ भगवान अवसर्पिणी काल के 11वें तीर्थंकर थे,उनका जन्म इक्ष्वाकु वंश में सारनाथ के पास सिंहपुरी में हुआ था, उनके पिता का नाम विष्णु और माता का नाम वेणुदेवी था , कार्यक्रम में अग्रवाल समाज के अध्यक्ष महावीर झंडा एवं समाज सेवी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि श्रेयांश नाथ भगवान के 70 गणधर थे उन्होंने अपने जन्म जन्मांतरों से आ रहे क्रम चक्कर को तोड़कर सम्मेद शिखर जी से निर्वाण प्राप्त किया था तथा अपने समस्त अष्टकर्मो का क्षय करके सिद्ध कहलाए।कार्यक्रम में अग्रवाल समाज के अध्यक्ष महावीर झंडा ,पंडित संतोष बजाज, पंडित कैलाश कडीला , सुरेंद्र चौधरी, राजेंद्र चौधरी, विमल कलवाड़ा,विमल चौधरी, प्रिंस चौधरी, राजाबाबू गोधा तथा संतरा चोधरी,गुणमाला चौधरी, संजू चौधरी, विश्व लता चौधरी,इलायची देवी मोदी, मंजू चौधरी, सुरभि चौधरी तथा ललिता बजाज सहित सभी श्रावक श्राविकाएं मौजूद थे।
राजाबाबू गोधा जैन महासभा मिडिया प्रवक्ता राजस्थान