Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha
9 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हुआ विशेष योग शिविर का आयोजन
भावना योग करा कर की सभी के लिये मंगल कामना
यमुनानगर, 21 जून (डा. आर. के. जैन):
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर चैरिटेबल ग्रुप व...
सिवायराम दिगंबर जैन मंदिर मेंअहम ध्यान योग शिविर समापन हुआ
पहली बार नैनवां जिला बूंदी राजस्थान
तीन दिवसीय धार्मिक योग-शिविर
21 जुन को अपार जैन बंधुओं के
सानिध्य में संपन्न हुआ
मंदिर के संयोजक पारस जैन कागला नेबताया...
स्वस्थ्य और सुखी जीवन के अनमोल सूत्र ” पुस्तक की समीक्षा —-डॉक्टर राहुल जैन...
पुस्तक के सम्बन्ध में मैं डॉक्टर अरविन्द जैन भोपाल द्वारा लिखी पुस्तक" स्वस्थ्य एवं सुखी जीवन के अनमोल सूत्र "ने चिकित्सा क्षेत्र में बहुत...
पित्ताशय की पथरी/गॉलस्टोन का इलाज — विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
पित्त की पथरी यानि गॉलस्टोन छोटे पत्थर होते हैं, जो पित्ताशय की थैली में बनते हैं। पित्त की पथरी लीवर के नीचे होती है।...
आप चाकलेट खा रहे हैं या निर्दोष बछड़ों का मांस? – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द...
चाकलेट का नाम सुनते ही बच्चों में गुदगुदी न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। बच्चों को खुश करने का प्रचलित साधन है चाकलेट।...
विश्व पर्यावरण दिवस – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
विश्व में सबसे अधिक जागरूक जैन मुनि और आर्यिकायें हैं .कारण जैन धर्म हिंसा और परिग्रह के विपरीत अहिंसा और अपरिग्रहवाद का समर्थक हैं...
प्राकृतिक तरीके से खर्राटे बंद करें – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
जब सोते हुए व्यक्ति के नाक से अपेक्षाकृत तेज आवाज निकलती है तो इसे खर्राटे लेना कहते हैं। इसे 'ओब्स्टृक्टिव स्लीप अप्निया' कहा जाता...
ओवर ट्रेनिंग सिन्ड्रोम एक्सरसाइज बन सकती है हार्ट अटैक की वजह – विद्यावाचस्पति...
स्वस्थ्य रहने के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। शारीरिक गतिविधि करने वाले लोगों में बीमारी का जोखिम कम होने के साथ ही इम्युनिटी मजबूत...
लौंग अनेक गुणों से भरपूर – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
एक छोटा सा लौंग खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ आपको कई फायदा देता है। कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, और जिंक जैसे...
बारह भावनाएं (बारह अनुप्रेक्षा) – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
जब मनुष्य अशांत होता हैं और वह निराशा से घिर कर, नकारात्मक भावो से घिर जाता हैं ,जीवन से पलायन करना चाहता हैं .जबकि...