Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha
महात्मा गांधी के जन्म दिवस— विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन,भोपाल
महात्मा गांधी के जन्म दिवस 2 अक्टूबर को पूरे विश्व में मनाया जाता है। भारत में इसे गांधी जयंती के रूप में मनाते है।...
व्यायाम की महत्ता—-विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
आजकल व्यक्ति सुविधा भोगी के साथ सुलभ साधन अपनाना चाहता हैं जिस कारण जिम का चलन प्रचुरता से होने लगा जिससे अनेकों को लाभ...
वीरांगना रानी दुर्गावती जन्म जयंती — विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन...
रानी दुर्गावती (५ अक्टूबर १५२४ – २४ जून १५६४ ) भारत की एक प्रसिद्ध वीरांगना थीं,जिसने मध्य प्रदेश के गोंडवाना क्षेत्र में शासन किया।उनका...
अंतरराष्ट्रीय विश्व शिक्षक दिवस — विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
गुरु, कोच, मास्टर, शिक्षक, प्रशिक्षक, पंडित, या प्रशिक्षक ये कुछ ऐसी उपाधियाँ हैं जिनसे हम अपने शिक्षकों को तब संबोधित करते हैं जब हमारे...
दिगंबर मुनि कभी नरक नहीं जाते
प्रवचन केसरी विशाल सागर महाराज
सिद्ध क्षेत्र फलहोडी बड़ागांव जिला टीकमगढ़ मध्य प्रदेश
4 अक्टूबर मंगलवार 2023
आचार्य विराट सागर जी महाराज का चित्र का अनावरण और...
गढ़ाकोटा (जिला सागर )जैन समाज द्वारा जैनधर्म के मर्यादानुसार मंत्री श्री गोपाल भार्गव द्वारा...
श्री गोपाल भार्गव जी मंत्री मध्य प्रदेश शासन ,विधायक रेहली विधान सभा निवासी गढ़ाकोटा सागर बहुत से वरिष्ठ मंत्री के साथ वरिष्ठ विधायक हैं...
सामायिक का महत्व,लाभ एवं विधि — विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
हर जीव हर क्षण किसी से राग करते हैं और किसी से द्वेष करता हैं .जिस प्रकार तुला के दो पलड़े होते हैं जो...
संस्कार ही समाज-परिवार का दर्पण : आचार्य प्रमुख सागर
भगवान महावीर धर्म र्स्थल में असम के राज्यकिय अतिथि आचार्य प्रमुख सागर महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में धर्म की प्रभावना बह रही है।प्रात:...
अतिशय क्षेत्र पावई वार्षिक मेला महोत्सव एवं अतिथिगण सम्मान समारोह 2 अक्टूबर को सम्पन्न...
भिण्ड से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पावई मैं गढ़ाचार्य श्री विराग सागर जी महाराज के परम् शिष्य श्री108 परम पूज्य आचार्य...
मैं का विलोपन कर अहम का मर्दन ही वास्तविक क्षमा धर्म है
*शान्तिनाथ मन्दिर समिति कामां द्वारा सामूहिक क्षमापना पर्व व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ आयोजित*
मैं का विलोपन कर अहम का मर्दन करना ही वास्तविक क्षमा धर्म...