सोनागिरी तीर्थ क्षेत्र पर श्रावक संस्कार साधना शिविर का भव्य आयोजन सानंद संपन्न

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सोनागिरी तीर्थ (झांसी ) नंग अनंग आदि साढे 5 करोड़ मुनिराजो की दीक्षा स्थली सोनागिरी तीर्थ क्षेत्र पर वर्षा योग 2023 कर रही परम पूज्य आयिका105 लक्ष्मी भूषण माताजी एवं आर्यिका 105 स्वस्ति भूषण माताजी के पावन सानिध्य में एवं पंडित अनिल शास्त्री पदमपुर के निर्देशन में दस लक्षण पर्व के अवसर पर आठवां श्रावक संस्कार साधना शिविर का शुभारंभ 19 अक्टूबर 2023 को श्री डॉक्टर आर के जैन होशंगाबाद द्वारा ध्वजारोहण करके किया गया। क्षमा धर्म की नींव है क्षमा मांगना आसान है जबकि क्षमा करना बहुत कठिन है क्षमा को धारण करने वाला ही धर्म को धारण करने की योग्यता रखता है उक्त विचार शिविर के प्रथम दिन स्वस्ति भूषण माताजी ने प्रवचन करते हुए व्यक्त किया। शिविर का प्रारंभ प्राप्त 5:00 बजे ध्यान ब्रह्मचारिणी प्रियंका दीदी द्वारा एवं प्रातः 6:00 बजे से अभिषेक शांति धारा पूजन विधान पंडित अनिल शास्त्री द्वारा तत पश्चात उपस्थित साधुगणो के प्रवचन दोपहर में 2:00 बजे तत्वार्थ सूत्र की कक्षा 3:00 बजे से छहडाल की कक्षा ब्रह्मचारिणी रिंकी जी द्वारा ली गई सायंकाल में प्रियंका दीदी द्वारा प्रतिक्रमण एवं भक्ति मय आरती शास्त्र सभा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन प्रतिदिन रहा। शिविर में स्वस्ति संदेश समिति के अध्यक्ष श्री शीतल प्रसाद जी दिल्ली होशंगाबाद समाज के जिला अध्यक्ष डॉ आरके जैन मंडावरा की श्रीमती उर्मिला जैन शुभकामना परिवार के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री अनिल ठौरा जालना महाराष्ट्र के श्री अजय पहाड़े सहीत 475 शिवराथी द्वारा भाग लिया गया सभी शिवराथीयों को रजिस्ट्रेशन के समय आकर्षक किट श्रीमान सुशील कुमार जी जैन पीतमपुरा दिल्ली द्वारा प्रदान किए गए। 10 दिवसीय शिविर को भक्तिमय बनाने के लिए संगीतकार श्री प्रेम प्रकाश जैन श्री शरद जैन श्री ऋषि जैन ग्वालियर के द्वारा सुंदर भजनों को प्रस्तुत किया गया श्रावकों के लिए शुद्ध भोजन की व्यवस्था श्री अंकित जैन एवं टीम द्वारा की गई तथा वितरण व्यवस्था श्री विवेक जैन शिकारपुर श्री दिनेश सिंघही सागर एवं श्री मनोज जैन पदमपुरा द्वारा बहुत ही सुंदर तरीके से की गई। शिविर में आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज के परम शिष्य मुनि श्री 108 पुण्य सागर जी महाराज 19 पीछि, वैज्ञानिक संत आचार्य निर्भय सागर जी महाराज के परम शिष्य मुनि श्री सोमदत सागर जी महाराज, र्चया चूड़ामणि आचार्य विवेक सागर जी महाराज के परम शिष्य आदर्श सागर जी महाराज 3 पीछि, सिंहरथ प्रवर्तक विद्याभूषण सन्मति सागर जी महाराज की परम शिष्या क्षुल्लिका पूजा भूषण,भक्ति भूषण माताजीएवं क्षूल्लक परिणाम सागर जी महाराज का आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन समय-समय पर मिलता रहा। सरल सौम्य एवं वात्सल्य मूर्ति स्वस्ति भूषण माताजी ने 22 सितंबर को शिवराथीयों को पहाड़ की सामूहिक परिक्रमा तथा 24 सितंबर को पहाड़ पर चंद्रपुर भगवान के सहीत 77 मंदिरों की वंदना एवं अभिषेक शांति धारा करवाई गई तथा 26 सितंबर को तलहटी में स्थित 30 मंदिरों की सामूहिक वंदना का लाभ सभी शिवराथीयों को प्राप्त हुआ। उक्त जानकारी देते हुए सोनागिरी क्षेत्र के मैनेजर श्री संदीप जैन द्वारा बताया गया कि स्वस्ति भूषण माताजी की प्रेरणा से पहाड़ पर मुख्य मंदिर के पास सहस्त्र कूट जिनालय का नवीन निर्माण प्रारंभ हो गया है जो बहुत ही अद्भुत एवं आकर्षक मंदिर बनेगा। शिविर के दौरान स्वस्ति सारथी समूह का गठन किया गया जिसमें श्री अजय पहाड़े जालना श्री संदीप जैन सोनागिरी श्री मनोज जैन पदमपुरा श्री विवेक जैन शिकारपुर श्री दिनेश जैन सागर श्री सुशील जैन दिल्ली श्री मुकेश जैन जबलपुर श्री कपिल जैन राजगढ़ एवं श्री विक्की जैन धौलपुर आदि को लिया गया। इस वर्ष के शिविर में ब्रह्मचारिणी प्रियंका दीदी सहित 11 शिवराथीयों द्वारा 10 उपवास कर तप आराधना की गई जिनकी गोद भराई करके शिवराथीयों द्वारा अनुमोदन की गई शिवराथियों के द्वारा दसों दिन तक संपूर्ण सांसारिक कार्यों को त्याग कर पूर्ण रूप से भक्ति आराधना की गई शिविर का समापन अनंत चतुर्दशी पर श्री जी की भव्य शोभायात्रा साथ संपन्न हुआ जिसमें सोनागिर कमेटी के महासचिव श्री बालचंद जैन कोषाध्यक्ष एडवोकेट राजेंद्र जैन ने सभी शिवर्तियों का आभार प्रदर्शित किया उक्त समस्त जानकारी राष्ट्रीय मिडिया प्रभारी पारस जैन पार्श्वमणि कोटा ने प्रदान की।

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