संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के जीवन चरित्र पर आधारित फिल्म के माध्यम से आचार्य श्री को विनयांजलि अर्पित की जाएगी।

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परम पूज्य, संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज की समता पूर्वक उत्कृष्ट समाधि पर भावपूर्ण विनयांजलि स्वरुप दिनांक:16/3/2024 दिन:शानिवार को जी सी एम स्कूल रामबाग कालोनी बड़ौत मे शाम: 7.00 बजे से आचार्य श्री के जीवन पर बनी फिल्म विद्याधर से विद्यासागर बड़ी स्क्रीन पर दिखाई जाने की व्यवस्था की गई है।

स्कूल की प्रिंसिपल शिवानी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की आचार्य श्री जैनों के संत नहीं थे,जन-जन के संत थे और उनके त्याग और तपस्या का वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता।

उन्होंने अपने जीवन काल में 350 से ज्यादा दीक्षाएं प्रदान की है, उनका आजीवन नमक, मीठा, घी आदि का त्याग था।

उन्होंने मूक माटी नाम से एक महा ग्रंथ की भी रचना की है जिसको कई स्नातक कॉलेज में पढ़ाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इस अवसर पर बच्चों को प्रश्न मंच के माध्यम से पुरस्कृत भी किया जाएगा जिससे बच्चों में आचार्य श्री के संबंध में और जिज्ञासा हो।

इस अवसर पर स्कूल के निदेशक विख्यात जैन ज्योतिषाचार्य रवि जैन गुरुजी, अध्यक्ष:अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद (पंजी.)ने बताया कहा कि जैन धर्म के मूल मंत्र अहिंसा को अपना कर ही विश्व में शांति कायम की जा सकती है, पूरे विश्व में बढ़ रही हिंसा का एकमात्र हल अहिंसा ही है और आचार्य श्री ने अपने समस्त जीवन में अहिंसा का ही प्रचार प्रसार किया है।

उन्होंने कहा कि इस अवसर पर अपने बच्चों के साथ उपस्थित होकर सभी को अपनी विनयांजलि अर्पित करनी चाहिए तथा बच्चों के साथ साथ स्वंय भी आचार्य श्री के जीवन चरित्र के बारे में जाने।

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