मन्यास्तंभ(टॉर्टिकोलिस ) गर्दन में अकड़न–वर्तमान की आम समस्या

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जी वर्त्तमान समय की यह बीमारी आधुनिक उपकरणों की महत्वपूर्ण देन हैं .कारण आजकल टी वी ,कंप्यूटर ,लेपटॉप ,मोबाइल ,स्पंजी गद्दे आदि के कारण यह रोग बहुत अधिक प्रचलन में हैं .
दिवास्वप्नासनस्थानविकृतोध्वरनिरीक्षणैः !
मान्यस्तम्भं न प्रकुरुते स एव श्लेष्मणावृतः !!
दिन में शयन करने से ऊँची -नीची शय्या तथा तकिया पर गर्दन रखने से टेड़े या ऊपर की ओर देखने से वही कुपित वात- कफ से आवृत होकर मन्यास्तंभ कर देता हैं .यह स्टर्नो मेसटॉइड मांस पेशी के संकोच से होता हैं .इसके वात ,आमवातज (रूमेटिक ) जन्मज (कंजेनिटल ) तथा आक्षेपक (स्पास्मोडिक ) ऐसे चार प्रकार के होते हैं .शीत वायु का स्पर्श,अभिघात या किसी एक ही ओर को अधिक देखना और योषापस्मार (हिस्टीरिया ) इस रोग के कारण हैं .
कई बार गलत तरीके से बैठने या गलत तरीके से सोने से गर्दन में गर्दन में अकड़न या गर्दन की जकड़न की समस्या होने लगती है। यह समस्या कुछ ऐसी है जिसमें आप अपनी गर्दन को थोड़ा भी मूव करते हैं तो आपको परेशानी होने लगती है।
वैसे आप कंप्यूटर मोनिटर के सामने यदि आप कई-कई घंटों तक काम करते हैं तो उस अवस्था में भी आपको गर्दन के जॉइंट में भी अकड़न की समस्या होने लगती है। इसके अलावा लंबे समय तक ड्राविंग और लगातार कई घंटे तक अपने स्मार्ट फोन पर नजरे गड़ाए रखना भी आपके गर्दन में अकड़न पैदा कर सकता है।
पुदीने का तेल एक ऐसा तेल है जो आपके शरीर पर एक शांत प्रभाव को छोड़ता है और मांसपेशियों को राहत देता है। इसमें रोगाणुरोधी गुण भी हैं, जिससे यह मुंह की बदबू को दूर करने और पाचन संबंधी समस्याओं को शांत करने में मदद कर सकता है। यदि आप गर्दन में अकड़न की समस्या से जुझ रहे हैं तो आपके लिए पुदीने का तेल बहुत ही लाभकारी होगा।
पेपरमिंट ऑयल मेन्थॉल है जो गर्दन में अकड़े हुए मांसपेशियों को ठीक करने में मदद करता है। इसके अलावा, इसकी एनाल्जेसिक गुण दर्द और असुविधा को कम करने में मदद करती है।
इसके लिए आप दो छोटे चम्मच जैतून के तेल को हल्का गर्म कर लीजिए और उसमें पुदीने के तेल की कुछ बूंदे उसमें डालिए। फिर गर्म तेल से अपने गर्दन की मसाज करें। आप कुछ दिन के लिए इस घरेलू उपचार का उपयोग दिन में दो बार कीजिए। इस बात का ध्यान दीजिए कि बच्चों और जिन लोगों की संवेदनशील त्वचा है उन्हें पुदीने के तेल के उपयोग से बचना चाहिए।
गर्दन के दर्द में राहत दे सेंधा नमक
सेंधा नमक के बहुत ही फायदे हैं जो न केवल सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन्स का बैलेंस बनाएं रखता है जो तनाव से लड़ने में मदद करते हैं बल्कि यह नमक मांसपेशियों के ऐंठन और अकड़न के साथ ही जोड़ों के दर्द को भी कम करता है। यह मांसपेशियों में तनाव, दर्द और सूजन को राहत देने के लिए काम करता है।
स्पॉमम नमक या सेंधा नमक जो केमिकल कंपाउंड मैग्नीशियम सल्फेट से बना है, गर्दन के अकड़न को कम कर सकता है। यह शरीर में विभिन्न एंजाइमों की गतिविधि को विनियमित करने में मदद करता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। इसकी मदद से मांसपेशियों में तनाव को कम किया जा सकता है।
इसके लिए आप दो कप सेंधा नमक लीजिए और इसे पानी से भरे हुए बाथ टब में डाल दीजिए। बाथटब में पानी थोड़ा गर्म होना चाहिए। फिर गर्दन को 15 से 20 मिनट के लिए इस पानी से भिगोएं। आप सप्ताह में 3 बार इसे कर सकते हैं। इस बात का ध्यान दीजिए कि जिन्हें किडनी या फिर डायबिटीज की समस्या है उन्हें इस उपचार को नहीं अपनाना चाहिए। –
गर्दन में अकड़न को दूर करने के घरेलू उपाय में मसाज भी शामिल है। धीरे-धीरे मसाज करने से आपका ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जो आपके मांसपेशियों को आराम देता है। यह गर्दन की कठोरता को कम करने में सहायता करता है। इसके अलावा, यह आपके बेहतर नींद में मदद करेगा। मालिश निर्धारित प्रक्रिया से करना चाहिए अन्यथा इससे कभी कभी दुष्परिणाम भी होने लगते हैं
इसके लिए आप पहले अपनी मांसपेशियों को आराम देने के लिए हल्के गर्म स्नान करें। फिर आप जैतून के तेल, नारियल तेल या सरसों के तेल को हल्का गर्म करके प्रभावित जगह पर मसाज कर सकते हैं। इस बात का ध्यान दीजिए कि आप मसाज तेजी से न करें। आप चाहे तो गर्दन में अकड़न के लिए एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
इसके अलावा सप्तगुण तेल को लगाने के बाद उस अंग को ढांक कर रखे
नारायण तेल लगाना लाभकारी होता हैं
एरंड पाक १० ग्राम गर्म या गुनगुना दूध से दो बार लेना चाहिए
योगराज गुग्गलु १ से २ गोली रास्नासप्तक क्वाथ के साथ दिन में दो बार लेना चाहिए .
बचाव ही इलाज़ हैं .सही बैठक करे ,टी वी .लेपटॉप मोबाइल का उपयोग उचित ढंग से करे और टकटकी लगाकर किसी को न देखे तथा तकिया का उपयोग अपने अनुकूल करे .
विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द जैन संस्थापक शाकाहार परिषद् भोपाल 09425006753

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