कोटा – परम पूज्य जंगल वाले बाबा मुनि श्री चिन्मय सागर जी महाराज की पावन प्रेरणा से निर्मित आर के पुरम स्थित 1008 श्रीमुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन त्रिकाल चौबीसी जैन मंदिर में मुनिसुव्रतनाथ भगवान का जन्म तप कल्याणक महामहोत्सव शनिवार को हर्षोल्लास के वातावरण में श्रद्धा भक्ति और समर्पण के साथ मनाया गया।अध्यक्ष महावीर जैन सरवाडिया महामंत्री पवन पाटौदी कोषाध्यक्ष ज्ञानचंद जैन खजुरी ने बताया आज सुबह 6 बजे शोभायात्रा निकाली गई। पालकी में मुनिसुव्रतनाथ भगवान को विराजमान करने का सौभाग्य जंबू कुमार नरेंद्र कुमार बंसल परिवारजन को प्राप्त हुआ। शोभायात्रा मंदिर परिसर से रवाना होकर मन्दिर के सामने वाले रोड से मोक्षिता डेरी मैन रोड से बीएसएनएल चौराहा,रवि टेंट, डीडी पीएस, होते हुवे बालाजी धाम के सामने से मन्दिर पहुंची।
जगह जगह मंगल आरती भक्तो द्वारा उतारी गई। संगीत की सुमधुर धुनों पर भक्तजन झूमते हुवे नृत्य कर रहे थे। मंदिर समिति के कार्याध्यक्ष अनुज गोधा एवम राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं मंदिर समिति के प्रचार प्रसार मंत्री पारस जैन पार्श्वमणि ने बताया कि प्रातः काल मंगलाष्टक के बाद स्वर्ण कलश के प्रथम अभिषेक करने का सौभाग्य राकेश जैन श्रीमती संध्या जैन परिवारजन को मिला। मूलनायक भगवान पर 108 रिद्धि मंत्रों के द्वारा शांतिधारा प्रकाश जैन विवेक जैन बंटी परिवारजन ने की। विश्व में शांति की मंगल भावना से की जायेगी। वर्तमान चौबीसी मुनिसुव्रतनाथ भगवान पर शांतिधारा संजय जैन निर्माण ऋतु जैन परिवारजन एवम अमोलक चन्द मनीष निशा जैन परिवारजन ने की।मुलनायक भगवान मुनिसुव्रतनाथ जी पर शांति धारा नवीन जैन कविता जैन नमन जैन लुहाड़िया परिवार जन ने की।
अन्य सभी पांडुक शिला पर शांति धारा की गई। इसके बाद भगवान मुनिसुव्रतनाथ का जन्मोत्सव पर भगवान के माता पिता नवीन जैन श्रीमती कविता जैन लुहाड़िया ने प्रथम पालना झुलाने का पुण्यार्जन लिया ।संगीत की सुमधुर ध्वनियो के साथ मुनिसुव्रतनाथ विधान का आयोजन हर्षोल्लास के वातावरण में किया जाएगा।श्रद्धालु भक्ति भाव पूर्ण नृत्य किए। प्रचार प्रसार मंत्री पारस जैन पार्श्वमणि ने बताया सकल दिगंबर जैन समाज समिति के अध्यक्ष विमल जैन नांता महामंत्री विनोद जैन टोरडी सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बड चढ़ कर आयोजन में भाग लिया। सायकल 48 मंगल दीपकों से भक्तामर आराधना एवम भव्य आरती की जायेगी ।
-राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी
पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा