फागी संवाददाता
धर्म पदयात्रा का पुण्य अवसर आया है,
गिरनार चलो, गिरनार चलो नेमि का बुलावा आया हैं।
आदिनाथ के जन्म तपकल्याणक पर ये अवसर आया हैं,
गिरनार चलों गिरनार चलों नेमि का बुलावा आया हैं।
नेमि निर्वाण दिवस पर मोक्षस्थली दर्शन करने बुलाया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो नेमि का बुलावा आया हैं।
अहिंसा रथ में सवार नेमि का बुलावा आया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो नेमि का बुलावा आया हैं।
भारतीयता का संदेश जग में फैलाने तिरंगा फहराया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो, नेमि का बुलावा आया हैं।
22वें तीर्थंकर के नाम 22 किलोमीटर कदम बढ़ाया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो, नेमि का बुलावा आया हैं।
पदयात्रा में अहिंसा, शान्ति और भाईचारे का संदेश फैलाया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो, नेमि का बुलावा आया हैं।
मोक्षकल्याणक पर गिरनार जी जाने का मानस बनाया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो, नेमि का बुलावा आया हैं।
विश्व जैन संगठन का आह्वाहन सब पर छाया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो, नेमि का बुलावा आया हैं।
सभी संतों का आशीर्वाद हमने पदयात्रा हेतु पाया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो, नेमि का बुलावा आया हैं।
जैन, अजैन सबको दर्शन का पावन अवसर आया हैं,
गिरनार चलो, गिरनार चलो नेमि का बुलावा आया हैं।
*प्रेषक:
भारत “मस्ताना” उर्फ भरत गांधी नौगामा, जिला बांसवाड़ा (राजस्थान)*
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य – विश्व जैन संगठन
राजाबाबू गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान