- 13 फरवरी 2023 को दी जाएगी दीक्षाये
- क्षुल्लक 105 निर्वेद सागर जी महाराज को दी जाएगी मुनि दीक्षा
पारस जैन पार्श्वमणि कोटा राजस्थान – कई जन्मों का पुण्य उदय जब जीवन में आता है तब जाकर मानव वैराग्य के पथ पर चल पाता है छोटा सा तू कितने बड़े अरमान है तेरे मिट्टी का तू सोने के सब सामान है तेरे मिट्टी की काया मिट्टी में जिस दिन समाएगी ना सोना काम आएगा ना चांदी आएगी जो बोएगा वही पाएगा तेरा किया आगे आएगा जैसी करनी वैसी भरनी
जीवन के किसी भी पल में वैराग्य उपज सकता है संसार में रहकर मानव संसार को तज सकता है जी हां
कोटा आरके पुरम निवासी देव शास्त्र गुरु के परम भक्त व्यवहार कुशल प्रभावशाली समाजसेवी श्री ज्ञान चंद जी जैन धर्म लिस्ट व्यवहार कुशल कई सामाजिक संस्थाओं में निस्वार्थ भाव से सेवाएं देने वाली श्रीमती श्रद्धा जैन के सुयोग्य सुपुत्र श्री श्रेय जैन इंजीनियर की भव्य जेनेश्वरी दीक्षा मध्य प्रदेश के पथरिया नगरी के विरागोदय तीर्थ में परम पूज्य आचार्य 108 विराग सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में महामहोत्सव 2023 भव्य ऐतिहासिक अद्भुत अविस्मरणीय अलौकिक पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महा महोत्सव एवम यति सम्मेलन युग प्रतिक्रमण में 350 संतों के सानिध्य में होगी। राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 2 अक्टूबर 2020 को मध्यप्रदेश के पन्ना शहर में सैकड़ों श्रद्धालुओं की गरिमामय उपस्थिति में परम पूज्य मुनि 108 विश्रुत सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में बाल ब्रह्मचारी श्रेय भैया जी को क्षुल्लक दीक्षा प्रदान कर क्षुल्लक 105 निर्वेद सागर जी महाराज नाम दिया गया था।
अब दिनांक 13 फरवरी 2023 को मुनि दीक्षा क्षुल्लक 105 श्रेय सागर जी महाराज को 350 साधु संतों के सानिध्य में परम पूज्य आचार्य 108 विराग सागर जी महाराज ससंघ के वरद हस्त कर कमलों द्वारा प्रदान की जाएगी।पारस जैन पार्श्वमणि ने आगे बताया कि इस अवसर पर आठ और भी दीक्षाए प्रदान की जाएगी। विदित हो कि पथरिया नगरी में विरोगोदय तीर्थ में दिनांक 1 फरवरी से 15 फरवरी तक भव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा युग प्रतिक्रमण महा मस्तकाभिषेक भव्य अद्भुत आलौकिक अविस्मरणीय आयोजन 300 दिगंबर जैन साधु संतो के पावन सानिध्य में चल रहा है।