फागी कस्बे सहित परिक्षेत्र के जिनालयों में जैन धर्म 19 वें तीर्थंकर मल्लीनाथ भगवान का मनाया मोक्ष कल्याणक महोत्सव हर्षोल्ल्लास पूर्वक
जयकारों के साथ श्री जी के समक्ष चढ़ाया निर्वाण लाडू
फागी संवाददाता
फागी कस्बे सहित परिक्षेत्र के चकवाडा, चोरू,नारेड़ा,मंडावरी, मेहंदवास, निमेडा, लसाडिया तथा लदाना सहित कस्बे के जिनालयों में जैन धर्म 19 वें तीर्थंकर मल्लीनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव हर्षोल्ल्लास पूर्वक मनाया ,कार्यक्रम में जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने अवगत कस्बे के श्री चंद्रप्रभु नसियां जी में प्रातः श्री जी का अभिषेक, शांतिधारा करने के बाद अष्टद्रव्यों से पूजा अर्चना कर आचार्य वर्धमान सागर महाराज, आचार्य चंद्रसागर महाराज, आचार्य सुनील सागर महाराज, आचार्य शशांक सागर महाराज, समाधिस्थ गुणसागर महाराज, आर्यिका आदिमति माताजी, गौरव मति माताजी सहित विभिन्न पूर्वाचार्यों के अर्घ्य अर्पित करने के बाद जैन धर्म के 19 वें तीर्थंकर देवाधिदेव मल्लीनाथ भगवान का जयकारों के साथ सामूहिक रूप से निर्वाण काण्ड भाषा का उच्चारण करते हुए मोक्ष का प्रतीक निर्वाण लाडू चढ़ाकर विश्व में सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की गई कार्यक्रम में समाज के कैलाश कलवाड़ा एवं पारस नला ने बताया कि मल्लीनाथ भगवान का जन्म मिथिलापुरी के इक्ष्वाकुवंश में हुआ था यह राजा कुम्भराज एवं माता रक्षिता दैवी के पुत्र थे। इनके यक्ष का नाम कुबेर और यक्षिणी का नाम धरण प्रिया देवी था, मल्लिनाथ भगवान के 28 गणधर थे, समाज की विमला मांदी एवं नोरती गिन्दोडी ने संयुक्त रूप से बताया कि मल्लिनाथ भगवान ने मिथिलापुरी में दीक्षा ली थी , दीक्षा प्राप्ति के बाद कठोर तप करते हुए मिथिलापुरी में ही अशोक वृक्ष के नीचे केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।कार्यक्रम में समाज के सोहनलाल झंडा, कैलाश कलवाड़ा, सुरेश सांघी,रमेश जैन बिन्दल माधोराजपुरा, टीकम गिंदोढी,पारस मित्तल , महेश बावड़ी,रमेश जैन बावड़ी, कमलेश सिंघल, राजाबाबू गोधा , तथा मैना जैन बावड़ी,नोरती नला,विमला मांदी, संजू गर्ग बावड़ी, ममता बावड़ी,चंद्रकांता सिंघल, नैना गर्ग सहित सभी श्रावक- श्राविकाएं मौजूद थे।
राजाबाबू गोधा जैन महासभा मिडिया प्रवक्ता राजस्थान