नैनंवा जिला बूंदी 24 सितंबर रविवार
जैन पाठशाला से छोटे-छोटे बच्चे भगवान महावीर के अनुयाई बने
नैनवा का सबसे बड़ा जैन मंदिर जो अग्रवाल जैन मंदिर जो बाजार को बीचो-बीच अपनी छवि से उज्जवलता भव्यता प्रकट करता है
,आज सभी भक्तों ने संयम धर्म की सामूहिक पूजन की जिनालय में प्रातकाल शांति धारा अभिषेक नित्य नियम पूजन एवं पयुषण महापर्व की पूजन भक्तों द्वारा अपार धर्म प्रभावों से की जा रही है
सामूहिक पूजन में विनोद मारवाड़ा अंशुल जैन शैलेंद्र मारवाड़ा राकेश मारवाड़ा अंशुल मोडीका प्रदीप गुड़ा वाला अनेक भक्त युवा एवं अपार महिलाओं ने संयम धर्म की विधि विधान से पूजन का धर्म लाभ प्राप्त किया
जैन पाठशाला के
छोटे-छोटे नन्हे मुन्ने बालकों द्वारा पयुषण पर में बडा जैन मंदिर में पूजन की गई
यह नैनवा का परम सौभाग्य है की छोटे-छोटे बालक बालिकाओं को जैन युवा लोकेश जैन मोडीका श्रीमती संगीता जैन अंजू जैन आदि ने प्रातकाल पूजन अभिषेक शांति धारा बच्चे करते हैं जैन पाठशाला में संस्कारी कर उनकी इतनी लगन बढ़ गई है कि बच्चे प्रतिदिन अपने घर से स्वयं ही पाठशाला जाने के लिए जिद करने लगे हैं
अपने घर के छोटे बच्चों ने बताया कि हमैं पाठशाला निमित्त जाना है वहा प्रतिदिन भगवान के बारे में बहुत बताते हैं किसी की वस्तु चुराना पाप बताया
छोटे बच्चों ने भगवान महावीर के बारे में पाठशाला में सीखा कि भगवान महावीर की क्या सिद्धांत थे जैन किसे कहते हैं जैन के क्या उपयोग हैं रात्रि भोजन नहीं करना पानी छानकर पीना प्रतिदिन देव दर्शन करना रात्रि को भोजन नहीं करनायह सभी बच्चे जानने लगे हैं जैन धर्म क्या है इसे समझने लगे हैं-छोटे बच्चे भीअभक्ष पदार्थ के त्यागी हो गए हैं
सभी संस्कारी जैन पाठशाला होने से छोटे-छोटे बच्चों में देखने को मिले हैं यह बहुत खुशी की बात और गर्व की बात है कि जैन समाज का छोटा बच्चा भगवान महावीर का अनुयाई बन गया
महावीर कुमार जैन सरावगी नैनवा