धर्म से शांति और सुख की प्राप्ति : मुनि श्री सुप्रभ सागर

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कारीटोरन में मुनि श्री सुप्रभ सागर की अगवानी, तीर्थक्षेत्र गिरार में किया दर्शन
बानपुर पंचकल्याणक के लिए मुनिश्री का चल रहा पद विहार

ललितपुर। मड़ावरा के समीपस्थ तीर्थक्षेत्र गिरार गिरी में आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि सुप्रभ सागर जी, मुनि प्रणत सागर जी, मुनि सौम्य सागर जी का आगमन हुआ । यहाँ दर्शन के बाद रास्ते में रात्रि विश्राम के बाद समीपस्थ तीर्थक्षेत्र कारीटोरन में प्रातःकालीन बेला में मंगल आगमन हुआ। जैन समाज कारीटोरन व क्षेत्रीय जैन समाज के श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे के साथ मुनि संघ की मंगल आगवानी की। ग्राम वासियों द्वारा अपने-अपने दरवाजों पर रंगोली व पांवड़े बिछाकर मुनि संघ के पादप्रक्षालन किए।

इसके बाद क्षेत्र पर विराजमान भगवान शांतिनाथ कुंथुनाथ अरहनाथ जी की मनोज्ञ प्राचीन प्रतिमाओं के दर्शन कर क्षेत्र पर निर्माणाधीन जिनालयों का अवलोकन मुनिसंघ द्वारा किया गया। आहारचर्या कारीटोरन ग्राम में ही हुई व सामायिक उपरांत जतारा, म.प्र. के लिए विहार हो गया। पंचकल्याणक महोत्सव बानपुर व गिरारजी के मीडिया प्रभारी डॉ सुनील संचय ने बताया कि जनपद के दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र बानपुर में आगामी 28 नवम्बर 2022 से 4 दिसम्बर 2022 तक श्री मज्जिनेन्द्र शांतिनाथ चौबीसी तथा मानस्तम्भ पंचकल्याणक प्रतिष्ठा, विश्वशांति महायज्ञ एवं गजरथ महोत्सव का आयोजन मुनित्रय के सान्निध्य में होना है। विदिशा से बानपुर के लिए उनका पद विहार चल रहा है।

कोलकाता में हुआ बानपुर पंचकल्याणक के फैलक्स बैनर का विमोचन : बानपुर में होने जा रहे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के फ्लैक्स बैनर का विमोचन कोलकाता में आर्यिका विशाश्री माता जी के मंगल सान्निध्य में अतिशय क्षेत्र बानपुर के अध्यक्ष महेन्द्र नायक ,राजकुमार मोदी, राजेश मोदी, सजल सिंघई, अनी जैन आदि बानपुर आयोजन समिति के पदाधिकारियों द्वारा करवाया गया।

संसार दुख का कारण है; धर्म सुख का मार्ग है : मुनि श्री सुप्रभ सागर

मुनि श्री सुप्रभ सागर महाराज ने कहा कि सभी जीव सुख चाहते हैं, कोई भी दुख नहीं चाहता। धर्म हमें दुख से मुक्ति पाने और सुख को प्राप्त करने के तरीके सिखाता है। धर्म दुख से हमारी रक्षा करता है और सच्चे सुख के सभी स्रोतों का अवलंब प्रदान करता है। शाश्वत सुख की प्राप्ति के लिए जीव के पास धर्म की शरण के अलावा कोई विकल्प नही है।
धर्म से शांति और सुख की प्राप्ति होती है। धर्मात्मा व्यक्ति दूसरों को भी धर्मात्मा बनने की प्रेरणा देता है।

तैयारियां जोर-शोर से :

बानपुर में आयोजित होने वाले पंचकल्याणक प्रतिष्ठा,गजरथ महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। विभिन्न समितियां गठित कर जिम्मेदारी दी जा रही है। उधर गिरार जी में आचार्य श्री विशुद्व सागर जी महाराज के सान्निध्य में फरवरी में होने जा रहे पंचकल्याणक महोत्सव के लिए पूरी समिति तैयारियों में जुट गई है। बैठकें में इस संबंध में जारी हैं।

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