धर्म की क्रियाएं करने से अशुभ कर्मों का षह होता है

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/प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज/
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
31 जनवरी शुक्रवार को बहोरीबंद जिला कटनी मध्य प्रदेश में हुआ भव्य मंगल प्रवेश
गणाचार्य विराग सागर महाराज के परम पावन शिष्य प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज ने संपूर्ण राजस्थान ही नहीं एमपी में भी धर्म का डंका बजाया
मुनि श्री का तेवारी नगर में वर्षा योग के लिए संपूर्ण समाज ने श्री फल चढ़ाया
अतिशय क्षेत्र चमत्कारोदय में पंच परमेष्ठी मंडल विधान अपार धर्म प्रभावों से संपन्न हुआ सभी कार्य को पंडित अन्नू भैया जबलपुर शिवम जैन संगीतकार तेंदूखेड़ा द्वारा अपार धर्म भक्ति से संपन्न हुआ
बहोरीबंद के दिगंबर जैन जिनालय में जैन मुनि ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए बताया कि मनुष्य जीवन में किए हुए अच्छे कर्म ही जीवन के साथ चलते हैं माता-पिता की बातें कभी धोखा नहीं देती कर्म के पास ना कोई कागज है ना ही कोई किताब है फिर उसके पास सारे प्राणी मात्र का हिसाब है
मुनि ने यह भी बताया आज मनुष्य का जीवन अल्प आयु रह गया है कभी भी किसी भी समय मृत्यु का दस्तक मनुष्य के पास आता है और मनुष्य चला जाता है
जब तक मनुष्य के पास समय है उसे धर्म के अच्छे से अच्छे कार्य करना चाहिए ताकि संसार से जाने के बाद लोग धर्म चर्चा करके यह कहें कि अमुक मनुष्य बहुत धर्मात्मा था जिसने धर्म के बहुत कार्य कराए थे
यह मनुष्य जीवन बहुत ही दुर्लभ अनेक प्रयार्य क्षणों के बाद प्राप्त हुआ है
इस जीवन को अच्छे से अच्छे कार्य करके अपनी पहचान बनावे जिस नगर में साधु संत आते हैं वहां सभी जीवों को दर्शन लेने बिहार में छोड़ने आवश्यक रूप से जाना चाहिए
जिन जिन गांवों में मुनि का बिहार हुआं है मुनि ने बताया की युवाओं बुजुर्ग महिलाएं छोटे-छोटे बच्चे बिहार में साथ चलकर धर्म की बहुत बड़ी प्रभावना करते हैं
प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज ने राजस्थान में सबसे अधिक पंचकल्याणक महोत्सव दो दर्जन से अधिक संख्या में संपन्न कराए हैं यह मुनि का राजस्थान में एक रिकॉर्ड हुआ है संपूर्ण एमपी में भी मुनि संघ ने धर्म के बहुत ही बड़े-बड़े कार्य संपन्न कराए हैं
आज पंचम काल में मनुष्य का सबसे बड़ा अगर कोई साथी है तो उसका अपना धर्म ही है वही उसे मुसीबत संकटों परेशानियों से दूर करेगा अन्य सगे संबंधी उसके कोई साथ देने वाले नहीं है सगे संबंधी रिश्तेदार पुत्र पत्नी बच्चे सब स्वार्थ के कारण ही लगे रहते हैं स्वार्थ समाप्त होते हैं वह सब अपने से दूर हो जाते हैं
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

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