Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha
उत्तम मार्दव धर्म ” विनय का मूल आधार ” – आचार्य सौरभ सागर
उत्तम मार्दव धर्म " विनय का मूल आधार " - आचार्य सौरभ सागर
जयपुर। शहर के दक्षिण भाग स्थित टोंक रोड़ के प्रताप नगर सेक्टर...
क्षमावाणी : मनोमालिन्य धोने का पर्व
भारत की प्राचीन श्रमण संस्कृति की अत्यन्त महत्त्वपूर्ण 'जिन' परम्परा ने क्षमा को पर्व के रूप में प्रचलित किया है। जैनों के प्रमुखतम पर्व...
जैन मिलन मकरोनियाक द्वारा भजन प्रतियोगिता संपन्न
सागर /जैन मिलन मकरोनिया क्षेत्र क्रमांक 10 के तत्वावधान में दशलक्षण महापर्व के प्रथम दिन उत्तम क्षमा के अवसर पर श्री पारसनाथ दिगंबर जैन...
लोभ पाप का बाप हैं – उत्तम शौच धर्म —- विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद...
दस लक्षण धर्म में पहले दिन उत्तम क्षमा भाव रखते हुए अपने भावो में निर्मलता लाते हुए अपनी मान कषाय को त्यागते हुए मार्दव...
श्री पदम प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में पर्यूषण पर्व के प्रथम दिन
भीलवाड़ा, 19 सितंबर- बापूनगर स्थित श्री पदम प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में पर्यूषण पर्व के प्रथम दिन उत्तम क्षमा धर्म के दिन बड़े बाबा...
ध्वज पताका फहराकर हुआ जैन धर्म के दशलक्षण पर्व आगाज
जैन मंदिरों में उमड़ी त्याग, तप, साधना और आराधना की भीड़, स्वर्ण कलशों से हुआ श्रीजी का कलशाभिषेक
जयपुर। टोंक रोड़ के प्रताप नगर...
दस लक्षण महापर्व का पहला दिन – क्षमा आत्मोत्धान की प्रथम सीढ़ी :आचार्य प्रमुख...
गुवाहाटी: फैंसी बाजार के भगवान महावीर धर्म स्थल में पर्युषण पर्व के पहले दिन क्षमा धर्म की आराधना अत्यंत भाव पूर्वक की गई। प्रात:नित्य...
महामहिम राष्ट्रपति ओर प्रधानमंत्री जी के पास पुरातत्व संरक्षण आधारित खजुराहो अतिशय जैन मंदिर...
19/9/2023प्रेस विज्ञप्ति मे भूमिपुत्र पवनघुवारा ने बताया कि प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 में संशोधन को मंजूरी
एफ नं. 15-270 /...
मायाचार नहीं करना – उत्तम आर्जव धर्म — विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
कपट न कीजे कोय ,चोरन के पुर ना बसै।
सरल सुभावी होय ,ताके घर बहु सम्पदा।।
जब से मानव का जन्म हुआ उसमे पंच पापों और...
भगवान श्री सुपार्श्वनाथ जी गर्भ कल्याणक — विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
सातवें तीर्थंकर भगवान श्री सुपार्श्वनाथ जी का जन्म वाराणसी के इक्ष्वाकुवंश में ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को विशाखा नक्षत्र में हुआ था....