Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha
भारत गौरव गणिनी आयिका विग्या श्री माता जी का चतुर्मास सहस्त्र कूट विज्ञा तीर्थ...
नैनवा जिला बूंदी द्वारा
महावीर कुमार जैन सरावगी नैनवा
निवाई जिला टोंक के पास गुंसी ग्राम में बना नया अद्भुत मनभावन विज्ञा तीर्थ क्षेत्र पर 2023...
अस्थमा कष्टकारी रोग —– विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन...
वर्तमान में कोरोना के कारण हमारी प्रतिरोगात्मक शक्ति क्षीण होने से हमारे शरीर के सभी तंत्र कमजोर हो रहे हैं ,जिनमे प्रमुखता से फुफ्फुस...
महावीर धर्मस्थल में गुरु पूर्णिमा का आयोजन
जीवन में गुरु जरूरी है, गुरुर नहीं" आचार्य प्रमुख सागर-
गुवाहाटी: स्थानीय फैंसी बाजार स्थित भगवान महावीर धर्मस्थल मे आज गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष में...
मानसून में खाएं ये आहार=वचाब ही इलाज़ हैं —– विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द...
मानसून के दौरान संक्रामक रोग बहुत ही होता है। इसमें डेंगू, चुकनगुनिया, मलेरिया, डायरिया, टाइफाइड,पीलिया और वायरल बुखार शामिल है। यह बीमारियां तब और...
विश्व ब्रेल दिवस– अंधेरी दुनिया का बिंदुओं से कंप्यूटर तक का सफर —-विद्यावास्पति डॉक्टर...
लुई ब्रेल ने ब्रेल लिपि का आविष्कार किया था. उनका जन्म 4 जनवरी, 1809 को हुआ था. 4 जुलाई को उनकी याद में विश्व...
तीर्थंकर श्री मुनिसुव्रत स्वामी जी का गर्भ कल्याणक — विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन...
प्राणत देवलोक से च्यव कर एक अतिशय पुण्यशाली जीव राजग्रह नरेश सुमित्र की रानी पदमावती देवी की रत्नकुक्षी में उत्पन्न हुआ | चौदह महास्वप्न...
तुम मुझे समय दो –मुझे जिंदगी मिलेंगी !— विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
भगवान ने सभी को समान रूप से २४ घंटे ही दिए हैं ,और वह समय का कैसा उपयोग, सदुपयोग और दुरूपयोग करता हैं .समय...
अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस—– विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल
प्लास्टिक एक आत्मा जैसा अजर-- अमर वस्तु हैं .जो अविनाशी हैं जो एक विनाशक पदार्थ हैं .इसका वर्तमान में अंधाधुंध उपयोग के कारण हमारा...
गुरु पूर्णिमा—–जिसके जीवन में गुरु नहीं ,उसका जीवन शुरू नहीं – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द...
इस दिन को जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा भी काफी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। जैन धर्म में गुरु पूर्णिमा को लेकर यह...
४५७ वर्ष प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर नयापुरा उज्जैन का अतिक्रमण हटाने बाबत —- विद्यावाचस्पति...
जब कोई शासक बहुत दिनों तक गद्दीनशीन होने पर उसे घमंड ,मद और अहम् आने लगता हैं जो बहुत स्वाभाविक हैं और होना भी...