भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव समिति के तत्वावधान तथा परम्पराचार्य श्री प्रज्ञसागर जी के सान्निध्य में भगवान महावीर का 2622वां जन्म कल्याणक महोत्सव विज्ञान भवन, नई दिल्ली में शंखनाद के साथ सोहार्दपूर्ण और उल्लासमय वातावरण में मनाया गया। इस अवसर पर भगवान महावीर के 2550वें निर्वाण महोत्सव को दीपावली 2023 से दीपावली 2024 तक वर्ष पर्यन्त ’’अहिंसा पर्व’’ के रूप में मनाने उदघोषणा की गई। शंखनाद के साथ ही 2550वें निर्वाण महोत्सव का लोगो (स्वहव) धर्मचक्र तथा श्री महावीराष्टक दीपार्चनम् पुस्तक का लोकार्पण किया गया।
परम्पराचार्य श्री प्रज्ञसागर जी मुनिराज ने कहा कि भगवान महावीर मे सत्य और अहिंसा का जो संदेश दिया, गागर में सागर है। महावीर का धर्म मजबूरी नहीं, बल्कि मजबूती है। देश की आजादी में जैन समाज का उत्कृष्ट योगदान रहा है 2550वां निर्वाण महोत्सव समारोह हम सब जैन समाज के अनुयायी अदभुत और अद्वितीय रूप से मनायेंगें। ऐसी उन्होनें कामना की।
आर्ट आफ लीविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर ने अपने आशीर्वचन में कहा कि महावीर ने लोगों को जीना सिखाया है। जैन धर्म ने दुनिया को स्यादवाद, अहिंसा, शाकाहार का सिद्धान्त दिया है। ज्ञान और ध्यान हमारा मूल है सिद्धशिला में महावीर का वास हमेशा रहता है। महावीर संदेश विश्व संस्कृति को अमूल्य देन है। समयसार ग्रंथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। 2550वें निर्वाणमहोत्सव पर इस दीपावली पर 2550 वाद्ययन्त्रो से जयघोष करेगें।
श्री चिदानंद सरस्वती, हरिद्वार ने अपने उदबोधन में कहा कि महावीर सबके लिए हैं, सबके हैं और सदा के लिये है। आज का शंखनाद है कि महावीर की वाणी मानवता की वाणी है। हमें महावीर मनाना नहीं बल्कि जीना है। 2550वें निर्वाण महोत्सव है पर आगामी दीपावली के में गंगा घाट पर 25,550 दीये जलाना है।
केन्द्रीय नागरिक विमानन एवं सड़क यातायात राज्य मंत्री श्री वी.के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समस्याग्रस्त विश्व को भगवान महावीर के उपदेशों विशेषकर राज्य, अहिंसा और अपरिग्रह को अत्यधिक आवश्यकता है। उनके शिक्षाओं से ही विश्व का कल्याण संभव है। जैन समाज उनके आदेशों फो का देश-विदेश में प्रचार-प्रसार कर रहा है, जो अधिक सराहनीय है
केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री कपिल मोरेश्वर पाटिल ने कहा कि भगवान महावीर का संदेश सम्पूर्ण विश्व में पहुंचे ऐसी मेरी कामना है । अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री विजय सांपला ने कहा कि महावीर वाणी के अहिंसा परमो धर्मः तथा जीयो जीने दो का संदेश घर-घर तक पहुंचाने का काम जैन समाज को करना चाहिए। महावीर के उपदेशों के पालन से देश आतंकवाद का खात्मा होगा। अहिंसा से ही विश्व शंाति होगी।
श्री डी.सी. जैन ने जीवन रक्षा कैसे करें, तथा शाकाहार पर प्रकाश डाला। श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गजराज जैन गंगवाल ने कहा कि 2550वां निर्वाण महोत्सव के अवसर पर प्रस्तावित रथयात्रा देश के प्रत्येक गांव से होकर भ्रमण करेगी और भगवान महावीर के संदेश को गाँव गाँव तक पहुँचायेगी।
एन.डी.एम.सी. के उपाध्यक्ष श्री सतीश ने कहा की फोन जैन धर्म के 24वंे तीर्थकर भगवान महावीर ने विश्व को अहिंसा का संदेश दिया जो आज अत्यधिक प्रासंगिक है। देश की आजादी के अमृत महोत्सव के साथ जैन समाज शंखनाद समारोह से वर्ष पर्यन्त ’’अहिंसा पर्व’’ मना रहा है, ‘इसके लिये हमारी हार्दिक शुभकामना। ’’अहिंसा पर्व’’ विश्व के लिये कल्याणकारी होगा।
भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव समिति के अध्यक्ष श्री प्रमोद जैन एवं स्वागताध्यक्षा श्री विशाल जैन(मेरठ)ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किये। संासद श्री मनोज तिवारी ने भगवान महावीर के उपदेश विशेषकर सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह के महत्व पर प्रकाश डाला तथा अपने मधुरमय संगीत से समारोह को मंत्रमुग्ध किया। जन्म कल्याणक महोत्सव में गरिमामय उपस्थिति श्री श्री रविशंकर जी महाराज, श्री चिदानंद सरस्वती, केन्द्रीय मंत्री श्री वी. के. सिंह, श्री कपिल मोरेश्वर पाटिल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सत्यनारायण जटिया, श्री विजय सांपला, श्री श्याम जाजू, श्री वीरेन्द्र सचदेवा, सांसद मनोज तिवारी, श्री दिगम्बर जैन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गजराज जैन गंगवाल, श्री पवन जैन गोधा, डा. श्रेयांस जैन, श्री पुनीत जैन, नवभारत टाइम्स, श्री स्वराज जैन, श्री सुभाष ओसवाल, श्री डी.सी. जैन, श्री दीपक जैन सहित अनेकानेक विशिष्ट जनों की थी। समारोह के संयोजक श्री सत्यभूषण जैन ने धन्यवाद ज्ञापन किया।