30 जनवरी गुरुवार 2025 को धर्म नगरी नाम से विख्यात बांसवाड़ा शहर में आदि सागर अंकलीकर परंपरा के चतुर्थ पटाधीश पंच कल्याण महोत्सव में बताया इस नगर का गौरव है हर मोहल्ले का गौरव है हर गली के व्यक्ति यहां पर इकट्ठे हुए हैं यह धर्म प्रभावना का बहुत बड़ा एक अंग है
भगवान आदिनाथ भगवान का पंचकल्याणक है साइकिल पर चलने वाला व्यक्ति आज हवाई जहाज में घूम रहा है
बांसवाड़ा नगर बहुत पुण्यशाली नगर है जहां भगवान के चैतालयवव में आप सोने की मूर्तियां विराजमान करेंगे
गांधी जी की पुण्यतिथि है बुडी माताए बुजुर्ग लोग परिवार जन समाज के लोग यहां इकट्ठे हुए हैं यहां पहुंचे हैं यह उन लोगों का सौभाग्य है
अयोध्या की रचना हो गई हरे भरे खेत है जलाने से दीप जला करते हैं खिलाने से फूल खिलते हैं सपनों के महल बनाने में बनते हैं
श्रावको अमीरी दिखावटी नहीं हो धन अधिक होने पर उस धन का सदुपयोग स्कूलों चिकित्सालय बनाए हम सोने के भगवान को विराजमान करें यह एक पुण्य का अवसर धन सदुपयोग का है
उन्होंने बताया आदिनाथ भगवान 6 खंडो का राज्य छोड़कर गए उनको कुछ भी नहीं चाहिए
शोभा यात्रा में माताएं अपने सिरों पर कलश धारण करके चल रही है उनमें एक महिला मोबाइल देखते-देखते सीर पर से नारियल नीचे गिर गया
उसका ध्यान मोबाइल में इतना आकर्षित था उसे कलश का ध्यान भी ना रहा पंचकल्याणक कभी किसी मंदिर या समाज का नहीं होता यह संपूर्ण श्रावको का पंचकल्याण होता है
आचार्य सुनील सागर महाराज के प्रवचनों को सुनने के लिए बड़े-बड़े नगरों शहरों से अपने साधनों द्वारा अनेकों मुनि भक्त बांसवाड़ा पहुंचे और धर्म का लाभ प्राप्त किया
आचार्य भगवान ने सभी भक्तों को अपना शुभ आशीष देते हुए कहा
वह जीव बहुत ही पुण्यशाली होते हैं जो भगवान के कल्याणक महोत्सव देखने के लिए अपना समय निकालकर पहुंचते हैं वह अपनी आत्मा के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं
धर्म का समय निकल जाता है और लोग देखते ही रह जाते हैं जो लाभ प्राप्त कर लेते हैं और बहुत किस्मत वाले होते हैं
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
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