कामां (मनोज जैन नायक) पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव नगर में होना बड़े तीव्र पुण्य का फल है । इसमें सभी को सहभागी बनना चाहिये और युवाओं को अपनी शक्ति से अधिक सहयोग हेतु हर समय बिना किसी बुलावे के तैयार रहना चाहिये। उक्त उद्गार सराकोद्धारक आचार्य श्री ज्ञान सागर महाराज की शिष्या गणिनी आर्यिका आर्षमति माताजी ने विजयामती त्यागी व्रती आश्रम कामां में युवाओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए ।
आर्यिका माताजी ने अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन युवा परिषद,मित्र मंडल,धर्म जागृति संस्थान के पदाधिकारियों व युवाओं को आशीर्वाद देते हुए आगामी 28 फरवरी से आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव हेतु संकल्प दिलाते हुए कहा कि यह महोत्सव आपके जीवन काल में पता नहीं दुबारा हो या ना हो इसलिए इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना आपकी जिम्मेदारी है। सभी युवाओं ने हर्षनाद के साथ संकल्प लेते हुए कहा कि ये हमारा व नगरी का परम सौभाग्य है जो इतना बड़ा भव्य आयोजन हमारे जीवनकाल में हो रहा है और हम इसमें सहभागी बन रहे हैं।
युगल दिगम्बर मुनि का कामां में हुआ प्रवेश आचार्य वसुनंदी महाराज के शिष्य युगल मुनि शुभानंद महाराज व धुर्वानंद महाराज का कामां के विजयमती त्यागी आश्रम में प्रवेश हुआ तो पूर्व में विराजमान आर्यिका आश्रमती माताजी ससंघ ने भावभीनी आगवानी कर मंगल प्रवेश कराया।
भक्तामर महाअर्चना कल पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के महामंत्री संजय जैन बड़जात्या ने बताया कि पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव सानंद व निर्विघ्न पूर्ण हो उसके लिए शांतिनाथ दिगंबर जैन दीवान मंदिर में मुनि व आर्यिका संघ सानिध्य 24 मंडलीय भक्तामर महाअर्चना का आयोजन 2 फरवरी को प्रातः पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के तत्वावधान में आयोजित होगा।
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