विश्व संगीत दिवस – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैनभोपाल

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मानव शरीर में रोग के दो स्थान होते हैं पहला शरीर और दूसरा मन .दोनों एक दूसरे के पूरक हैं .जब शरीर दुखी होता हैं तब उसका प्रभाव मन पर पड़ता हैं और मन दुखी होने पर उसका प्रभाव शरीर पर पड़ता हैं .वर्त्तमान में मनुष्य बहुत अधिक तनाव ,अवसाद में रह रहा हैं उसके हर व्यक्ति के अपने अपने कारण हैं .पर मन को शांत चित्त और तनाव से मुक्त होने के लिए योग ध्यान के अलावा संगीत का बहुत बड़ा योग दान हैं ,संगीत इस समय अपनी अपनी पसंदगी में बहुत उपलब्ध हैं ,उससे हम अपने मन को अपनी चिंताके कारकों को भुलाकर तनाव अशांत से कुछ क्षण के लिए मुक्त हो सकते हैं .यह मानसिक चिंता को दूर करने की श्रेष्ठ चिकित्सा हैं .
रिलैक्स होने के लिए संगीत से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता। संगीत सुनने से इंसान को सुकून का अहसास होता है। डॉक्टर भी संगीत को सेहत के लिए फायदेमंद मानते हैं। संगीत को लेकर हुए अध्ययनों में पता चला है कि संगीत शरीर में बदलाव लाता है, जो स्वास्थ्य में सुधार करता है। इसके अलावा जो मरीज  अवसाद और निराशा के शिकार होते हैं, उन्हें इससे बाहर निकालने के लिए संगीत थेरेपी दी जाती है।
संगीत मन और शरीर दोनों को ही आराम पहुंचाता है। संगीत की इसी खासियत को सभी तक पहुंचाने और इसकी इलाज में एक कारगर दवा की तरह काम करने की इसकी क्षमता को लेकर संगीत को समर्पित दुनियाभर में हर साल विश्व संगीत दिवस मनाया जाता है। २१ जून को पूरे विश्व में संगीत दिवस होता है।
विश्व संगीत दिवस मनाने की शुरुआत फ्रांस से हुई। साल १९८२  में पहली बार विश्व संगीत दिवस मनाया गया। उस समय के फ्रांस के तत्कालीन सांस्कृतिक मंत्री जैक लैंग ने देश के लोगों की संगीत के प्रति दीवानगी को देखते हुए संगीत दिवस मनाने की घोषणा कर दी। इस दिन को ‘फेटे ला म्यूजिक’ कहा गया।
फ्रांस में १९८२  में जब पहला संगीत दिवस मनाया गया तो इसे ३२ से ज्यादा देशों का समर्थन मिला। इस दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। पूरी राज जश्न मनाया गया। उसके बाद से अब भारत समेत इटली, ग्रीस, रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, पेरू, ब्राजील, इक्वाडोर, मैक्सिको, कनाडा, जापान, चीन, मलेशिया और दुनिया के तमाम देश विश्व संगीत दिवस हर साल २१  जून को मनाते हैं।
संगीत का महत्व
विशेषज्ञों के मुताबिक, मानसिक शांति के लिए संगीत को अहम माना गया है। आज की व्यस्त जीवन शैली बिजी में लोगों को सुकून के दो पल नहीं मिल पाते। इस सुकून को पाने के लिए संगीत एक बेहतर विकल्प है। अगर आप अकेले हैं तो भी संगीत आपका अच्छा साथी बन सकता है। संगीत दिल को खुशी देने का काम करता है।
हर साल विश्व संगीत दिवस की एक खास थीम होती है। संगीत दिवस  की थीम ‘चौराहों पर संगीत’  है। इसी थीम पर इस साल के सभी कार्यक्रम आयोजित होंगे। संगीत दिवस का उद्देश्य दुनियाभर के गायकों और संगीतकारों का संगीत के क्षेत्र में योगदान को सम्मान देना है।
संगीत के लिए कोई संगत की जरुरत नहीं ,
संगीत स्वयं में श्रेष्ठ संगत हैं ,
संगीत के बिना जीवन नीरस हैं ,
इसे जरूर सरस् बनाओ
विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन  संरक्षक शाकाहार परिषद् A2 /104  पेसिफिक ब्लू ,नियर डी मार्ट, होशंगाबाद रोड, भोपाल 462026  मोबाइल  ०९४२५००६७५३

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