अभी 30 नवंबर को भानजे आयुष जैन की शादी में विस्तारा विमान से सपरिवार हैदराबाद जाना हुआ। हमने जैन फूड बुक कराया था जिसमें इडली, सांभर,उपमा और ब्रेड-बटर आदि आया जो स्वादिष्ट लगा। मेरे साथ बैठे एक युवा यात्री ने भी हमारी देखादेखी जैन फूड ही मंगाया और खाकर बोले यह तो बहुत अच्छा लगा। बात चली तो पता चला कि वह हैदराबाद का मुस्लिम बंधु वसीम था, जो वाशिंगटन ( अमेरिका ) में इंजीनियर है, 20 घंटे का हवाई सफर कर सुबह ही दिल्ली पहुंचा और अब अपने घर हैदराबाद जा रहा है। बात आगे चली तो उसने बताया -” मेरा महाराष्ट्र का एक मित्र जैन है अमेरिका में ही सर्विस करता है, उसने अमरावती मंदिर में बहुत ही साधारण तरीके से शादी की थी वह मैने अटेंड की थी। जो मुझे बहुत ही अच्छी लगी। वैसे मैं नोन वेज भी खा लेता हूं लेकिन आपको देखकर और यह सोचकर कि आपको ठेस न लगे, मैने जैन फूड ही मंगाया, मैं अधिकतर शाकाहार ही करता हूं। ” उसकी बातें सुनकर हम गर्वित हो उठे। पूछने पर अपनी गतिविधियां उसे बताई तो वह बडा खुश हुआ। बोला- मैं शुरू से ही टाइम्स आफ इंडिया अखबार ही पढता हूं। मैने उसे अपने नवभारत टाइम्स में छपे लेख आदि दिखाए तो वह बहुत खुश हुआ।
मित्रों, हवाई यात्रा में कुछ लोग वेज फूड बुक कराते हैं, लेकिन उसमें प्याज और लहसुन आदि भी होता है, अतः मेरा निवेदन है कि जैन फूड ही बुक कराएं। इससे स्वास्थ्य तो ठीक रहता ही है, साथ ही धर्म प्रभावना भी होती है। मेरे परिचित इस्कान टेंपल के वाईस प्रेजीडेंट श्री वृजेंद्र नंदन दास अक्सर बताते हैं कि वे विमान में हमेशा जैन फूड ही मंगाते हैं। तो मित्रों, कृपया आप भी आगे से विमान यात्रा में जैन फूड ही मंगाएं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
प्रस्तुतिः रमेश चंद्र जैन एडवोकेट, नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली
एक स्मरणीय शुभ विवाह संपन्न
मुजफ्फरनगर निवासी मेरे भानजे आयुष जैन पुत्र स्व. श्री सतेंद्र-रेनु जैन का शुभ विवाह हैदराबाद निवासी सौ. नंदिता पुत्री श्रीमती सुधा एवं श्रीनिवासजी के साथ हैदराबाद के ताजमहल होटल में 1 से 4 दिसंबर तक दिन में बडी सादगी से उत्तर व दक्षिण भारतीय परंपरानुसार संपन्न हुआ। कईं विद्वान पंडितों ने पुजारी वेष में पूजन, फेरे, हवन आदि संपन्न कराए, कन्या के पिता भी पूजारी वेष में रहे। खास बात यह देखने को मिली कि कन्या पक्ष ने सभी बारातियों का भावभीना स्वागत दक्षिण परंपरानुसार चंदन लगाकर, पुष्पमाला महनाकर, सामने भूमि शुद्धिकर- नारियल चढाकर, पंखों से हवा कर, पंचाग नमस्कार करके किया, इस आत्मीय स्वागत ने सभी को भावविभोर कर दिया। वर-वधु दोनो आस्ट्रेलिया में जाब करते हैं। सभी रस्मों में सादगी व अनुशासन देखने काबिल था।
प्रस्तुतिः रमेश चंद्र जैन एडवोकेट, नवभारत टाइम्स नई दिल्ली