वर्धा नागपुर (महाराष्ट्र) हायवे पर मिली भ आदीनाथजी की मूर्ति

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वर्धा जिले के अंतर्गत सेलु तहसील के केलझर ग्राम के बुद्ध विहार परिसर में यादव कालीन वृषभ नाथ भगवान की एक सुंदर मनोज्ञ प्रतिमा प्राप्त हुई। 2 जन 2024 के दिन केलझर ग्राम के भेड चरवाह अशोक कुत्तरमाला को एक पाषाण दिखाई दीया। जेसीबी के माध्यम से निकालने पर वह काले पाषाण की नक्काशीदार, चौमुखी ,सुन्दर , मनोज्ञ आदिनाथ भगवान की प्रतिमा निकली । यह मूर्ति साडे तीन फिट ऊंची एवं देड फिट चौड़ाई की है।,केलझर ग्राम नागपुर से 50कि मी एवं वर्धा से 25 कि मी दूरी पर छोटासा देहात है।यहा एक भी जैन परिवार नही है।
खबर मिलने पर नागपुर के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीक्षक अरुण मलिक , सहायक विशेषज्ञ शाम बोरकर , शरद गोस्वामी, दीपक सुरा, आदित्य राणे आदि अधिकारीयो ने मूर्ति का जायजा लेकर नागपुर पुरातत्व विभाग के कार्यालय में लेकर गए।
1960 में यहीपर एक कुए की खुदाई करते समय भी चंद्रनाथ भगवान की एवं 13 फीट ऊंची भगवान महावीर की दो प्रतिमाएं मिली थी। जो अब रामटेक के जैन मंदिर में रखी हुई है ।नागपुर विद्यापीठ के इतिहास अनुसंधान विभाग के जानकारी के अनुसार यहां उत्खनन में जैन मंदिर के कई अवशेष एवं मुर्तिया मिले हैं ।तथा जानकारो का कहना है कि यहां अनेक स्थानों पर खंडित मूर्तियां ,नक्काशी दार अवशेष मिलते हैं। इस ग्राम में एक पांडव स्थापित गणेश मंदिर भी दर्शनीय है।
श्री तीर्थ संरक्षिणी महासभा नागपुर आंचल के अध्यक्ष राकेश पाटणी, महामंत्री दिलीप पनवेलकर, महावीर पाटणी वर्धा आदि यह मुर्ती जैन समाज को मिलने के लिए तीर्थ संरक्षिणी के माध्यम से प्रयास कर रहे हैं। ऐसी जानकारी तीर्थ संरक्षिणी महासभा महाराष्ट्र प्रांत के महामंत्री महावीर ठोले ने दी।

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