उत्तम ब्रह्मचर्य का मतलब दृष्टि की पवित्रता

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फागी कस्बे में पार्श्वनाथ चैत्यालय में विराजमान आर्यिका सुप्रज्ञमति माताजी स संघ के पावन सानिध्य में दशलक्षण महापर्व पर के दसवें रोज उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की हुई पूजा

उत्तम ब्रह्मचर्य का मतलब दृष्टि की पवित्रता

आर्यिका सुप्रज्ञमति माताजी

फागी

फागी कस्बे सहित परिक्षेत्र के चकवाडा,चोरू,नारेड़ा, मंडावरी
मेहंदवास निमेडा,लसाडिया तथा लदाना सहित कस्बे के आदिनाथ मंदिर, पार्श्वनाथ जिनालय, मुनिसुव्रतनाथ भगवान मंदिर, पार्श्वनाथ चैत्यालय एवं चंद्र प्रभु नसियां, एवं चंद्रपुरी मंदिर में आज श्रावकों द्वारा ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा अर्चना की गई, कार्यक्रम में अग्रवाल समाज के मंत्री कमलेश चोधरी एवं त्रिलोक पीपलू ने बताया कि चातुर्मास वाचना के दौरान पार्श्वनाथ चैत्यालय में विराजमान सुप्रज्ञमति माताजी स संघ के‌ पावन सानिध्य में सकल दिगम्बर जैन समाज फागी के सहयोग से आज दशलक्षण महापर्व के दसवें रोज जिन सहस्त्रनाम विधान की पूजा अर्चना में सुख समृद्धि की कामना करते हुए उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा अर्चना की गई कार्यक्रम में इससे पूर्व प्रातः अभिषेक, महाशांति धारा बाद विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये गये,कार्यक्रम में महावीर प्रसाद, विमल कुमार, महेंद्र कुमार, रमेश चंद, उत्तम कुमार जैन बावड़ी वाले परिवार जनों ने सौ धर्म इंद्र बनने का सोभाग्य प्राप्त किया तथा श्री जी की महाशांति धारा करने का सोभाग्य भी प्राप्त कर सुख समृद्धि की कामना की इसी कड़ी में जिन सहस्त्रनाम विधान में श्रावक श्राविकाओं द्वारा 101 अर्घ्य अर्पित कर सुख समृद्धि की कामना की गई, कार्यक्रम में आर्यिका सुप्रज्ञमति माताजी ने ब्रह्मचर्य धर्म पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म का मतलब है दृष्टि की पवित्रता एवं सदैव अपनी आत्मा में लीन रहता है जो अपराध से रहित होकर ब्रह्मचर्य का पालन करता है वही सच्चा ब्रह्मचर्य धर्म है, ब्रह्मचर्य धर्म स्वर्ग का द्वार है। कार्यक्रम में विमल कलवाडा ने कहा कि आज फागी परिक्षेत्र के सभी जिनालयों सहित कस्बे के सभी जिनालयों में श्रीजी का कलशाभिषैक हुआ तथा दस लक्षण महापर्व का समापन होने के बाद आर्यिका संघ ने सभी श्रावक श्राविकाओं को मंगलमय आशीर्वाद दिया।कार्यक्रम में आज चंद्र प्रभु नसियां जी मे श्रीजी के विशेष कलशाभिषैक हुए जिसमें प्यारचंद, त्रिलोक चंद, शिखर चंद जैन पीपलू वाले परिवार जनों बोली के माध्यम से श्रीजी की माल की बोली लेकिन अक्षय पुण्य प्राप्त किया।उक्त कार्यक्रम,मोहनलाल झंडा,केलास कलवाडा,सोहनलाल झंडा, ,मोहनलाल चौधरी,कैलाश कासलीवाल, सुरेश सांघी,चम्पालाल जैन, महावीर झंडा ,महावीर बावड़ी,महावीर अजमेरा,पंडित संतोष बजाज, पंडित केलास कडीला,हरकचंद जैन पीपलू ,सत्येंद्र कुमार झंडा , अशोक नला, मोहनलाल सिंघल, रमेश बावड़ी,महेंद्र बावड़ी, सुरेंद्र बावड़ी, उत्तम बावड़ी,महावीर लदाना,सुरेश डेठानी,शिखर मोदी, राजेंद्र कलवाडा,पदम बजाज,धर्म चंद पीपलू, अशोक गिंदोडी,राकेश कठमाना,सुरेंद्र पंसारी, त्रिलोक जैन ब्रोकर,अनिल कठमाना,संतोष बजाज,ललित मांदी, ललित कासलीवाल, जितेंद्र कुमार मोदी,सुनिल मोदी, सुशील कलवाड़ा, कमलेश झंडा, कमलेश सिंघल, महेश बावड़ी,विनोद कागला,शिखर पीपलू,पार्षद महेश झंडा,त्रिलोक जैन पीपलू , अशोक कागला, विमल कलवाड़ा, पार्षद राजकुमार कागला,तथा कमलेश चौधरी , राजाबाबू गोधा सहित संतोष बावड़ी, सुनिता सांघी,सुशीला बावड़ी, चित्रा गोधा,चंद्रकांता सिंघल, रेखा झंडा, रानी नला, मंजू पीपलू,अंजु पीपलू,ममता बावड़ी,शिखा बावड़ी, नैना बावड़ी, मन्नु बावड़ी,राज श्री कागला सहित सभी श्रावक श्राविकाएं मौजूद थे।

राजाबाबू गोधा जैन महासभा मीडिया प्रवक्ता राजस्थान

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