दिनांक 19 अगस्त 2022 दिन शुक्रवार को प्रातः 8:00 बजे से भट्टारक जी की नसियां, जयपुर में विराजित आचार्य श्री 108 सुनील सागर जी महाराज (ससंघ) के पावन सानिध्य में अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद (पंजी) का द्वितीय स्थापना दिवस मनाया गया । इस कार्यक्रम में देश के कोने कोने से प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य व वास्तुविद सम्मिलित हुए। जैन ज्योतिष की उपयोगिता के विषय पर विद्वानों ने अपनी राय रखी तथा ज्योतिष को लेकर उपस्थित जनसमूह की जिज्ञासाओं का समाधान किया। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि जैन गुरुजी, दिल्ली ने कहा कि मात्र दो वर्ष की अल्पावधि में अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद एक वृक्ष के समान बन चुका है। परिषद की आकांक्षाएं अब वट वृक्ष बनने की है, जिसकी शाखाएं भारत के गांव-नगरों के साथ साथ विदेशों में भी खुलती रहेंगी।
आचार्य श्री सुनीलसागर जी ने अपने उद्बोधन में परिषद को कहा कि ज्योतिषीय समस्याओं का निदान जैन आगम के अनुसार बताना चाहिए। जैन साहित्य में ज्योतिष विषयक अपार साहित्य भंडार है। प्राकृत भाषा का ‘यतिवृषभ का तिलोय पण्णत्ती’, महावीराचार्य का ‘गणितसार संग्रह’ जैसे प्राचीन ग्रन्थों का सम्यक प्रचार प्रसार नहीं हो सका। जैन धर्म में प्राप्त ज्योतिष विषय वस्तु के प्रचार प्रसार का बीड़ा अब इस ज्योतिषाचार्य परिषद ने उठाया है। इस कार्य के लिए मैं परिषद को आशीर्वाद देता हूँ।
संरक्षक श्री डॉ टीकमचंद जैन, मंत्री श्री डॉ हुकुमचंद जैन ने भी भी जैन ज्योतिष की उपयोगिता के विषय में अपने व्यक्तव्य दिए। डॉ शालू जैन ने भक्तामर जैसे सुप्रसिद्ध जैन स्त्रोत को ज्योतिषीय निदान में अत्यंत उपयोगी बताया। कार्यक्रम के संचालन का दायित्व परिषद के सलाहकार श्री डी के जैन जी ने कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। इस क्रम में परिषद ने आचार्य श्री को अभिवंदना-पत्र भेंट किया।
आचार्य सुनीलसागर जी चातुर्मास समिति ने परिषद के सभी सदस्यों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। चातुर्मास समिति ने परिषद के अध्यक्ष को आचार्य श्री का स्मृति चिन्ह भेंट किया। अखिल भारतीय जैन ज्योतिषाचार्य परिषद के द्वितीय स्थापना दिवस के कार्यक्रम में दिल्ली से अध्यक्ष रवि जैन गुरुजी, डॉ टीकमचंद जैन, डी के जैन, दीपक जैन शास्त्री, सुमेर चन्द जैन प्राकृताचार्य, अरविन्द जैन शास्त्री, अरुण जैन, अमन जैन, अमित जैन, सुशील जैन, ग्वालियर से डॉ हुकुमचंद जैन, विकास जैन, सुनील जैन भंडारी, भोपाल से उल्लास जैन, नीमच से जितेन्द्र जैन सकलेचा, बड़ौत से धीरज जैन, अरविंद जैन, अजमेर से राहुल जैन, मालगुआ से प. चक्रेश जैन, बेलगांव से शांतिनाथ उपाध्ये, सलूम्बर से सुरेन्द्र जैन, जींद से मुकेश जैन, अहमदाबाद से डॉ त्रिशला सेठ, उज्जैन से श्रीमती मंजुला जैन, सागर से संजय जैन पावला, चंद्रेश जैन, दमोह से डॉ अभिषेक जैन, टेहरका से सचिन जैन, जयपुर से उषा जैन, राजेश जी, सुनीता जैन, जयकुमार जैन, आदि ज्योतिषाचार्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक श्री राजीव जैन, श्री विनोद जैन, व डॉ. श्रीमती शालू जैन,जयपुर ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।