जयपुर। सोमवार को राजधानी जयपुर शहर के सुभाष नगर थाना इलाके के एक सरकारी स्कूल के ड्रेस कोड मामले को लेकर हुए हंगामे पर संयुक्त अभिभावक संघ ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य सरकार से प्रदेश के सभी निजी, सरकारी और मिशनरी स्कूलों एक सामान ड्रेस कोड़ एवं स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र और छात्राओं के एक सामान नियम बनाने की मांग की ” । संयुक्त अभिभावक संघ ने कहा की ” स्कूल केवल स्कूल नही है यह शिक्षा के मंदिर है इन मंदिरों में बच्चों का भविष्य सावरा जाता है, इन मंदिरों को शिक्षा के मंदिर तक ही सीमित रहना चाहिए, जातिवाद और धर्मवाद की आंच इन पर नही आनी चाहिए।
प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा की ” आज कल धर्म के नाम पर राजनीतिक षडयंत्र रचकर स्कूलों को निशाना बनाया जा रहा है और बच्चों शिक्षा से वंचित करने के प्रयास किए जा रहे है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध इत्यादि सभी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले प्रत्येक नागरिक और जनप्रतिनिधि को यह ध्यान रखना चाहिए की वह एक अभिभावक है शिक्षा के मंदिरों को धर्म की आड़ लेकर राजनीति का अखाड़ा नही बनाना चाहिए। धर्म की आड़ लेकर कोई भी अभिभावक या जनप्रतिनिधि किसी बच्चे का भविष्य नही सवार सकता है, अगर बच्चों का भविष्य बनाना है तो स्कूलों को स्कूलों के नियमों से संचालित होने देना चाहिए। मंगलवार को घटी घटना के बाद जिस प्रकार से माहौल गरमाया उससे स्वार्थियो को लाभ अवश्य मिल सकता है किंतु स्कूलों का महत्व समझने वाले प्रत्येक अभिभावक को इस तरह के माहौल से किसी तरह का लाभ नहीं होगा बल्कि हानि ही उठानी पड़ेगी।