सच्चा सुख संतोष में है असंतोष में नहीं – आर्यिका विज्ञाश्री माताजी

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संसार का हर प्राणी सूख चाहता है जब कभी हम किसी सुखी व्यक्ति के विषय में विचार करते हैं तो हमारी दृष्टि आता है कि सुखी वह है जो स्वस्थ है जिसका शरीर निरोगी है थोड़ा आगे बढ़ते हैं तो मुझे यह लगता है कि जिसके पास धन संपत्ति है संपदा है प्रतिष्ठा है वर्चस्व है वह व्यक्ति बहुत अधिक सुखी है जिसकी अच्छी संपत्ति है अच्छे पुत्र पुत्री हैं भरा पूरा परिवार है वह सुखी है| कभी-कभी मैं सोचती हूं जिसके परिवार में आन्तरिक सामंजस्य है वह व्यक्ति सुखी है| जिसकी अनुकूल पत्नी है जिनका एक दूसरे के प्रति व्यवहार आत्मीयता पूर्ण है, यह व्यक्ति सुखी है ऊपर से देखने में यह सब सुखी दिखाई पड़ते हैं, लेकिन जब इनके जीवन में हम झांककर देखते हैं तो हमें ऐसा लगता है कि यह भी कहीं ना कहीं दुखी है किसी ना किसी कारण से संसार का हर प्राणी दुखी है तो आखिर सुखी कौन है ? सुखी वह नहीं जिसके पास अपार धन संपदा और बह् यह साधन को सुखी केवल वही हो सकता है जो हर समय संतुष्ट रहकर‌ जीवन जीने की कला जानता है उक्त विचार आर के पुरम स्थित शनि अनिष्ट निवारक मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन त्रिकाल चौबीसी मंदिर जी में विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए भारत गौरव गणिनी विज्ञा श्री माताजी ने व्यक्त किये।

सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता महामंत्री विनोद जैन टोरडी ने बताया कि आज प्रातः सकतपुरा टोल से कल्पना चावला सर्किल होते हुए आरके पुरम स्थित जैन मंदिर में भव्य गाजे-बाजे के साथ अगवानी की गई जगह-जगह तोरण द्वार रंगोली महिलाओं और बालिकाओं द्वारा मंगल कलश सर पर रख कर भावभीनी अगवानी की गई। जैन मंदिर आर जैन मंदिर समिति के अध्यक्ष महावीर जैन महावीर जैन महामंत्री पवन जैन कोषाध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने बताया कि गुरु मां विज्ञा श्री माता जी ससंघ का कोटा नगर में प्रथम बार भव्य प्रवेश हुआ है। माता जी निवाई से मंगल विहार करते हुवे आई है।

धर्म सभा में गुरु मां के पाद प्रक्षालन का अवसर चंद्रेश जैन हरसौरा परिवार को मिला। राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं मंदिर समिति के प्रचार प्रसार मंत्री ने बताया कि धर्म सभा में शास्त्र भेंट महिला मंडल की बहनों ने किया चित्र अनावरण सकल दिगंबर जैन समाज के पदाधिकारियों आर के पुरम मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा किया गया भगवान अजीतनाथ जी का निर्माण लड्डू प्रकाश जी द्वारा द्वारा धूमधाम से चढ़ाया गया। मंगलाचरणपाठ हुआ। प्रचार प्रसार मंत्री पारस जैन पारस मणि ने बताया कि दिनांक 26 अप्रैल को प्रातः काल आचार्य भक्ति, अभिषेक शांतिधारा, संभवनाथ भगवान का निर्माण लड्डू, मंगल प्रवचन, आहार चर्या, स्वाध्याय गुरु भक्ति, आनंद यात्रा, भक्तामर आराधना इत्यादि कार्यक्रम होंगे। धर्म सभा में अनुज गोधा राकेश ठोरा भाग चंद जैन मित्तल अशोक पाटनी राजकुमार वैद हरक चंद गोधा ज्ञान चंद जैन राजमल पाटौदी अनिल ठोरा अमोलक चन्द जैन रूपचंद जैन मनीष जैन राजवीर गंगवाल पंकज जैन राजेंद्र जैन मुकेश पापड़ीवाल संजय जैन निर्माण इत्यादि लोग उपस्थित थे। सायकल आनंद यात्रा में पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार ने गुरू मां के प्रथम बार कोटा आगमन पर भाव भीनी स्वरचित रचना सुनाकर श्रद्धालूओ को भाव विभोर कर झूमने को मजबूर कर दिया।

प्रस्तुति – पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा राजस्थान

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