नई दिल्लीः दिगंबर जैन नैतिक शिक्षा समिति ने इस वर्ष नैतिक शिक्षण शिविरों का सामूहिक समापन समारोह बाल मंदिर सी. सै. स्कूल, डिफेंस एन्क्लेव- प्रीत विहार के भव्य सभागार में 6 अगस्त को आयोजित किया जो जन-मानस पर गहरी छाप छोड गया। ध्वजारोहण, चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन के बाद डा. अशोक जैन शास्त्री द्वारा सामूहिक पूजन व नन्ही बालिका धृति जैन ने भक्ति नृत्य के साथ शानदार मंगलाचरण किया।
समारोह में सौ से भी अधिक छोटे-छोटे बच्चों ने शिविरों में प्राप्त शिक्षा के आधार पर अपराजिता जैन के निर्देशन में बहुत ही प्रेरक, रोचक व शिक्षाप्रद धार्मिक व देशभक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिन्हे देखकर मुख्य अतिथि विधानसभाध्यक्ष रामनिवास गोयल, दिल्ली के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली, स्कूल के डायरेक्टर योगेश अरोडा, पूर्व पार्षद सुरेंद्र कुमार व अनेक गणमान्य अतिथि भावुक हो गए। रामनिवास गोयल ने अपने उदबोधन में मुक्तकंठ से बच्चों की सराहना करते हुए कहा कि समिति के अध्यक्ष धनपालजी बडे भाई के समान हैं, वे मुझे संत के समान लगते हैं। नैतिक शिक्षा से ही समाज और राष्ट्र उन्नति कर सकता है। इस समिति से मैं भी 20 साल से जुडा हूं, मैने इनसे बहुत कुछ सीखा है। मैं प्याज व लहसुन कभी नही खाता। हमने विधानसभा में महावीर जयंती और क्षमावाणी समारोह मनाना शुरू कर दिया है। एक बार तो दिगंबर संतों के विश्राम की व्यवस्था भी की है। पूरी समिति साधुवाद व बधाई की पात्र है।
दिल्ली के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली व स्कूल के डायरेक्टर योगेश अरोडा ने भी समिति के कार्यों की सराहना की। समारोह में विद्वानों, शिविर संयोजको, शरद जैन, रमेश जैन नवभारत टाइम्स व अन्य सहयोगियों को सम्मानित किया गया। संस्था की स्मारिका का विमोचन भी किया गया। जिनराज जैन ने अध्यक्षता की।
समारोह का कुशलतापूर्वक संचालन करते हुए शरद जैन ने समिति की स्थापना 1987 से लेकर अब तक की गतिविधियों व उपलब्धियों पर गरिमापूर्ण विडियो फिल्म का प्रदर्शन किया। शिविर संयोजक प्रवीन जैन ने बताया कि इस बार 64 शिविरों में दस हजार से भी अधिक बच्चों को शिक्षा प्रदान की गई।
प्रस्तुतिः रमेश जैन एडवोकेट, नवभारत टाइम्स नई दिल्ली
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