नलबाड़ी से गुवाहाटी आगमन के लिए मुनि श्री को श्रीफल भेंट

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गुवाहाटी: फैंसी बाजार के भगवान महावीर धर्मस्थल में विराजित आचार्य प्रमुख सागर महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि पंचकल्याणक हमारे जीवन की पंचम गति अर्थात मोक्ष की व्यवस्था है। जिस भूमि पर साक्षात तीर्थंकर भगवान का पंचकल्याणक होता है वह भूमि तीर्थ हो जाती है। तीर्थंकर भगवान के शाश्वत जन्मभूमि इस कल की अयोध्या है और मोक्ष भूमि सम्मेद शिखर है। उन्होंने कहा कि भगवान राम 22 जनवरी को अपने महल- मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं। वैसे ही सूर्य पहाड़ के भगवान आदिनाथ भी अपनी वैदियों-सिंहासनों पर विराजमान होने जा रहे हैं। मालूम हो कि आचार्य श्री प्रमुख सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में पूर्वोत्तर का एकमात्र तीर्थ श्री सूर्य पहाड़ अतिशय क्षेत्र का श्री जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव आगामी 26 से 31 जनवरी तक पूर्वोत्तर की सकल दिगंबर जैन समाज की ओर से अधिकृत श्री दिगंबर जैन पंचायत गुवाहाटी के तत्वाधान में असम के मुख्य नगर गुवाहाटी की पुण्य धरा पर होने जा रहा हैं। इस अवसर पर प्रतिमाओ की प्राण- प्रतिष्ठा तथा मार्गदर्शन के लिए कल नलबाड़ी जैन मंदिर में एक धर्म सभा में श्रवण मुनि 108 श्री अरिजीत सागर महाराज को श्रीफल भेंटकर गुवाहाटी पधारने के लिए सकल दिगंबर जैन समाज की ओर से निवेदन किया गया। इस अवसर पर गुवाहाटी पंचायत के अध्यक्ष महावीर जैन (गंगवाल), अशोक छाबड़ा, कैलाश पांडया, रंगिया से अशोक पहाड़िया, बगाईगांव से मिंटू जैन आदि लोगों के अलावा समाज के सभी लोगों ने गुवाहाटी आगमन के लिए मुनि श्री को श्रीफल भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रचार प्रसार के मुख्य संयोजक ओम प्रकाश सेठी ने बताया कि मुनिश्री ने आगामी 22 जनवरी को नलबाड़ी से विहार कर 25 जनवरी तक गुवाहाटी पहुंचने की स्वीकृति प्रदान की है। यह जानकारी प्रचार प्रसार के सहसंयोजक सुनील कुमार सेठी द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।।

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