मध्य प्रदेश का ६७ वां स्थापना दिवस – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल

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देश का हृदय प्रदेश कहे जाने वाले मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस आज प्रदेशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। सन 1956 में राज्‍यों के पुनर्गठन के बाद 1 नवंबर 1956 को देश को नया राज्य मध्‍यप्रदेश मिला था। मध्य प्रदेश अपने प्राकृतिक क्षेत्रों के साथ-साथ इतिहास के कई महत्वपूर्ण हिस्सों को समाहित किए हुए है। मध्यप्रदेश का आजादी की लड़ाई में भी विशेष योगदान है। मध्य प्रदेश भारत के कई दिग्गजों का जन्मस्थान रहा है। एमपी का पुनर्गठन 1 नवंबर 2000 को हुआ था। तब प्रदेश से छत्तीसगढ़ को अलग किया गया था। देश का हृदय प्रदेश कहे जाने वाले मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस आज प्रदेशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा।
मध्यप्रदेश भारत के मध्‍य भाग में स्थित है इसी कारण से इसे मध्यप्रदेश और हृदय प्रदेश के नाम से जाना जाता है। 1947 में जब देश आजाद हुआ था तो मध्य भारत और विंध्य प्रदेश को मिलाकर मध्यप्रदेश का गठन किया गया था। 1950 में मध्य प्रांत का नाम बदलकर मध्य प्रदेश कर दिया गया था। यहां के जंगलों में देश में सबसे ज्यादा बाघ हैं। इसी कारण से इसे टाइगर स्टेट के नाम से भी जाना जाता है।
मध्‍य प्रदेश का राज्‍य पशु बारहसिंघा और राज्‍य पक्षी दूधराज है। मध्‍य प्रदेश का राजकीय वृक्ष बरगद है। मध्‍य प्रदेश को देश भर में हीरा उत्‍पादक राज्‍य के रूप में पहचाना जाताहै। राज्य के पन्ना जिले में बड़ी संख्या में हीरे की खदान हैं।
मध्यप्रदेश में सभी फसलों की खेती होती है। लेकिन राज्य में मुख्य रूप से सोयाबीन का उत्पादन होता है जिस कारण से इसे सोयाप्रदेश के नाम से भी जाना जाता है। जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश में क़रीब साठ फीसदी सोयाबीन का उत्पादन होता है। सोयाबीन सबसे ज्यादा मालवा औऱ निमाड क्षेत्र में होता है।
मध्य प्रदेश का निर्माण सीपी एंड बरार, मध्य भारत ( ग्वालियर-चंबल ), विंध्यप्रदेश और भोपाल से मिलकर हुआ था। महाकौशल, ग्वालियर-चंबल, विंध्य प्रदेश और भोपाल के आसपास के हिस्सों को मिलाकर इश राज्य का गठन किया गया था। कहा जाता है कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इस राज्य का नाम करण किया था। पहले विध्यप्रदेश की राजधानी रीवा था, महाकौशल की राजधानी जबलपुर थी।
मध्य प्रदेश की सीमाएं पांच राज्यों की सीमाओं से मिलती हैं। उत्तर में उत्तर प्रदेश, पूर्व में छत्तीसगढ़, दक्षिण में महाराष्ट्र और पश्चिम में गुजरात तथा उत्तर-पश्चिम में राजस्थान राज्‍य है। राज्य में कुल 10 संभाग हैं और 52 जिले हैं।
मध्यप्रदेश धार्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। 12 शिव ज्योर्तिलिंग में से 2 (ओंकारेश्वर एवं महाकालेश्वर) मध्‍य प्रदेश में हैं । उज्जैन में हर 12 साल में सिंहस्थ का आयोजन किया जाता है। वहीं, सतना जिले में मैहर माता का मंदिर है। भीमबैटका, पचमढ़ी, खजुरोहा, सांची के स्‍तूप, ग्‍वालियर का किला जैसी ऐतिहासिक धरोहर हैं।
मध्यप्रदेश कई प्रमुख व्यक्तियों की जन्मस्थली है। आजादी की लड़ाई लड़ने वाले महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद, अटल बिहारी वाजपेयी, संगीत की दुनिया के दुनिया के सबसे बड़े नाम किशोर कुमार और लता मंगेशकर जैसी महान हस्तियों का जन्म यहीं हुआ है।
1 नवंबर, 1956 को प्रदेश के गठन के साथ ही इसकी राजधानी औऱ विधानसभा का चयन भी कर लिया गया। भोपाल को मध्य प्रदेश की राजधानी के रूप में चुन लिया गया। राजधानी बनने के बाद 1972 में भोपाल को जिला घोषित कर दिया गया। मध्य प्रदेश के गठन के समय कुल जिलों की संख्या 43 थी। प्रदेश की राजधानी बनने के लिए कई जिले होड़ में थे। इनमें से रीवा और जबलपुर प्रमुख थे।
वर्तमान में विगत २० वर्षों से भारतीय जनतापार्टी की सरकार हैं ,वर्तमान में श्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री हैं .उनके अकथनीय प्रयासों से बहुत प्रग्रति के सोपान पर पहुँचाया .इसके साथ उनके कार्यकाल में अनेकों घपलों का प्रादुर्भाव हुआ और चूँकि प्रभावशाली शासक होने के साथ उनका उद्घाटन नहीं हो पा रहा हैं .अभी विधान सभा चुनाव होने जा रहे हैं और चुनाव का परिणाम भविष्य की सुरंग में हैं .
मध्य प्रदेश में अभी भी विकास की बहुत संभावनाएँ हैं .जैसे स्वास्थ्य ,शिक्षा ,सड़क ,जल ,बिजली के क्षेत्रों में बहुत कार्य करने की गुंजाईश हैं ,मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की बहुत अधिकता हैं .यहाँ पर कोई भी कार्य कराना कठिन नहीं हैं .लाओ और आदेश ले जाओ का चलन बहुत हैं .मुख्य मंत्री और उनके मंत्रियो पर गंभीर आरोप अनियमितताओं के लगे हैं .इस चुनाव में केंद्र सरकार बहुत चिंतित हैं .बहुत विकास के कारण भी चिंतनीय स्थिति मुख्य कारण हैं .
विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन संरक्षक शाकाहार परिषद् A2 /104 पेसिफिक ब्लू ,नियर डी मार्ट, होशंगाबाद रोड, भोपाल 462026 मोबाइल ०९४२५००६७५३

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