औरंगाबाद संवाददाता नरेंद्र /पियुष जैन। साधना महोदधी उभयमासोपवासी अंतर्मना आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी महाराज पारसनाथ टोंक पर सम्मेद शिखर जी मधुबन मे सिंहनिष्कीड़ित व्रत की 557 दिन की अखण्ड मोन साधना मे लीन हे l आज दीपवाली के पतित पावन अवसर पर झारखण्ड राज्य के प्रधान सचिव मा. सुखदेव सिँह जी ने पारसनाथ टोंक पर पहुंच कर सवर्णभद्र कूट पर दर्शन एवं पूजन किया और पारस टोंक की गुफा मे साधनारत अंतर्मना गुरुदेव के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया l
अंतर्मना गुरुदेव का अखण्ड मोन व्रत है इसलिए गुरुदेव ने स्लेट पर यही लिख कर दिया की इतने उच्च पद पर आसीन होने के बाद भी आपमें सरलता है, सहजता है, यह महानता का गुण है l दर्शन के लिए मा. सर ने निचे से ऊपर की पूरी यात्रा पैदल की इस पर गुरु जी ने यही कहा की आपकी श्रद्धा और भक्ति सराहनीय है आपको बहुत बहुत आशीर्वाद……
मा. प्रधान सचिव महोदय ने अंतर्मना गुरुदेव की साधना और साधना स्थली देखकर कहा की गुरुदेव आप धन्य है l आप हमें आशीर्वाद दीजिये की हम अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते चले और राज्य की सेवा कर सके l
अंतर्मना गुरुदेव के भव्याती भव्य महापारणा महामहोत्सव महामहोत्सव के लिए आदरणीय सर का समिति की और से आमंत्रण निमंत्रण और सम्मान किया गया l मा. प्रधान सचिव जी के साथ कलेक्टर गिरडीह और सभी प्रशानिक अधिकारी उपस्थित रहे l सभी का समिति की और से स्वागत वंदन एवं अभिनन्दन किया गया l नरेंद्र अजमेरा पियूष कासलीवाल।