जैसी संगति होगी वैसी ही मति‌ हो जाती है प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज

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महावीर सरावगी जैन गजट संवाददाता द्वारा

सिद्ध क्षेत्र बड़ा गांव जिला टीकमगढ़ मध्य प्रदेश

12 सितंबर प्रातः काल 8:30 मंगलवार वर्षा योग कर रहे जैन मुनि संत विश्रांत सागर महाराज परम सानिध्य में प्रतिदिन आदिनाथ भगवान की शांति धारा अभिषेक में अपार भक्त उमडते
हैं
मुनि ने बताया जीवन में संगति का असर बहुत बड़ा होता है जड़ पदार्थों पर भी पड़ता है हम तो चेतन रूप हैं असंयमी रागी द्बेषी के साथ रहने से संस्कारी धार्मिक व्यक्ति पर भी प्रभाव पड़ता है
वैसे ही पेड़ पौधे जब विषैली गैस धुवा प्रदूषण पड़ते हैं तो मुरझा जाते हैं उनका पतन होने लगता है
कहीं गलत संगत में रहने से मनुष्य का पतन हो जाता है जैसी मति होगी वैसी ही गति होगी
शराबी व्यक्ति की संगति रहने से शराब पीने के भाव उत्पन्न हो जाते हैं
*भगवान के अभिषेक करने वाले की संगति रहने से धार्मिक संस्कार उत्पन्न हो जाते हैं ऐसा उन्होंने संबोधन में बताया ने बताया
*
कम बोलो कम खाओ जीवन में लाभदायक है
ससारी जीव को कम बोलना कम खाना दोनों ही जीवन के लिए लाभदायक है अधिक बोलना अधिक खाना दोनों ही उत्तम स्वास्थ्य को अस्वस्थ रोगी बना देते हैं बोलना शरीर की शक्ति को कमजोर करता है अधिक खाने से डॉक्टर के पास जाना पड़ता है उसे खाने से रोग हो जाता है दोनों ही मुंह से क्रिया होती है अधिक खाना अधिक बोलने से शरीर को हानि उत्पन्न होती है ऐसा
मुनिराज ने उदभोदन में अपार भक्तों को बताया जैन मुनि के प्रवचन सुनने अजय लोग भी जिनालय में पहुंच रहे हैं जैन धर्म का लाभ ले रहे हैं वहां की महिलाएं छोटे-छोटे बालकों को मुनि का आशीष लेने जिनालय पहुंचती है

महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी

महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

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