गुवाहाटी : स्थानीय फैंसी बाजार स्थित *भगवान महावीर धर्मस्थल मे आज रविवार को आचार्य श्री प्रमुख सागर महाराज की 50वी स्वर्ण जयंती के उपलक्ष में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से पधारे गुरु भक्तों का समाज की ओर से अभिनंदन किया गया। तत्पश्चात आचार्य श्री ने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा की कर्म गहन विधान पूजन हमारे जीवन को महान बनाता है। हमारे जीवन में 148 कर्म की प्रकृतिया है वही हमारे शरीर का निर्माण करती है, वही हमें सुख दुख और चारों गतियों में भ्रमण कराती है।कर्म की प्रधानता को हर धर्म में स्वीकार किया है। गीता में नारायण कहते हैं जैसा कर्म करोगे वैसा फल देगा भगवान।मुस्लिम संप्रदाय में भी कहते हैं अच्छे बुरे कर्मों का फल नवी आकार देगा अच्छा कर्म करोगे तो जन्नत जाओगे और बुरे कर्म करोगे तो नर्क में जाना पड़ेगा। आचार्य श्री ने कहा कि हर कोई अच्छे कर्म का फल चाहता है, लेकिन अच्छे कर्म करना नहीं चाहता है। भगवान अच्छे कर्मों का फल जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है और बुरे कर्मों का फल जब उदय में आता है तो कपड़े तक उतार लेता है । हमारा भारत भी कर्म प्रधान देश है, भोग प्रधान नहीं।*संसार में कौन आपके लिए क्या सोचता है, बोलता है, कहता है, करता है, इस पर ध्यान ना देते हुए आपको क्या करना है, इस पर ध्यान दोगे तो परमात्मा से मिल पाओगे। इससे पूर्वआज प्रातः श्री जी की शांतिधारा करने का परम सौभाग्य मनन कुमार- अनिल कुमार गोधा परिवार को प्राप्त हुआ। तत्पश्चात आचार्य श्री (ससंघ )के सान्निध्य मे सुशील कुमार संगीता देवी गंगवाल (परिवार) पचार/ गुवाहाटी द्वारा कर्म दहन महामंडल विधान पूजन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रकाश देवी सेठी परिवार द्वारा धार्मिक पुस्तक का विमोचन आचार्य श्री के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर *राम चंद्र सेठी के संयोजन में सायंकालीन आरती के पश्चात समाज की महिला सदस्यों द्वाराआयोजित धार्मिक प्रतियोगिता के विजेताओं को सुशील कुमार संगीता देवी गंगवाल परिवार की ओर से आचार्य श्री ससंघ द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में काफी संख्या में समाज के सदस्य उपस्थित थे*।यह जानकारी समाज के *प्रचार प्रसार विभाग के मुख्य संयोजक ओम प्रकाश सेठी सह संयोजक सुनील कुमार सेठी* द्वारा दी गई है।
*सुनील कुमार सेठी*
गुवाहाटी