ज्ञान रूपी शास्त्र भव से पार करने वाला अस्त्र है

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बड़ा गांव जिला टीकमगढ़ मध्य प्रदेश शुक्रवार 28 जुलाई 2023
प्रातः 8:30 पर वर्षा योग कर रहे प्रवचन केसरी श्रवण विश्रांत सागर महाराज ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए बताया
आज का मनुष्य चिंता का भोज ढो ह रहा है घड़ी सदैव अपने समय से चलती है मनुष्य जीवन निकलता जा रहा है समय पर पुण्य व धर्म का कार्य करने से उत्तम गति प्राप्त होना बताया

मुनि ने यह बताया कि इस संसार में पुण्य से बड़ी कोई वस्तु नहीं है बाप से बड़ा कोई शत्रु नहीं होता मनुष्य पाप का भोज ढो रहा है और बेशकीमती समय गवा रहा है

हमारी आत्मा में परमात्मा का सबसे बड़ा स्थान बताया अपनी आंखों के आकर्षण से गलत रिश्ते बन जाते हैं जो बहुत ही दुखदाई होते हैं जीवन में माता-पिता सगे संबंधी अच्छे रिश्ते पुण्य से मिलते हैं परमात्मा के ज्ञान के सामने रिद्धि और सिद्धि का कोई मुकाबला नहीं होना बताया

मुनि ने बताया कि ठंड व घमंड से आदमी अकड़ जाता है मनुष्य संपत्ति के पीछे ना दौड़े धर्म से धन श्वेत ही आ जाता है
वर्षा योग पर विश्रांत सागर महाराज ने बताया चार महा मुनिराज धर्म का क्षेत्र उपदेश देकर धर्म का ज्ञान कराते हैं मनुष्य पर्याय का मिलना सबसे बड़ा सुख बताया आज का प्राणी संसारी भागों में लिप्त साधु-संतों जिनवाणी के दर्शन उपदेश नहीं सुनना चाहता उन्हें धर्म का ज्ञान ही नहीं है घर के संस्कारों के अभाव में संसार का प्राणी भटक रहा है
मुनि ने बताया कि अंतिम समय आने पर बुढ़ापा सुधारने की जगह सुविधाओं का अभाव उत्पन्न होता है धर्म रूपी पुण्य की पुजी उसके पास नहीं है बिना पुण्य के ऐसा होना मुनि ने असंभव सा बताया
आज शास्त्र का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है संसार में डूबने से बचाने वाला अस्त्र अगर कोई है तो अपना आगम अपना शास्त्र मुनि ने बताया है
प्रतिदिन मुनिराज का उपदेश सुनने दूर-दूर से मुनि भक्तों का अपार भीड़ देखी गई है

महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

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