परम पूज्य अंकलीकर परंपरा के चतुर्थ पट्टाधीश विशाल संघ नायक भक्तों के भगवान आचार्य भगवन श्री सुनील सागर जी गुरुदेव निरंतर सांगानेर से विहार करते हुए चाकसू नगरी को धन्य करते हुए आज दिनांक 3 फरवरी 2023 शुक्रवार के दिन निवई धर्म नगरी में मंगल प्रवेश हुआ ।गुरुदेव की अगवानी में नगर में बालक, युवा, युवती या पुरुष एवं महिला सम्मिलितथे। सभी के मुख मंडल पर खुशियां भरपूर देखने मिल रहा थी।मानो कई वर्षों की प्यास गुरुदेव के दर्शन से बुझी हो ।
आचार्य भगवन का प्रथम बार आगमन हुआ विविध प्रकार के बैंड बाजों से मंगल ध्वनि से पुष्पों की बरसात करते हुए जगह-जगह पालन जगह-जगह आचार्य भगवन के चरण पखारते हुए भक्तों ने भक्ति में झूमते हुए भक्तों के भगवान की ,वर्तमान की वर्दमान की मंगला अगवानी की आचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज के शिष्य युगल मुनिराज सहित परम पूज्य गणाचार्य विरागसागर जी गुरुदेव की परम प्रभावी का गणिनि आर्यिका श्री विज्ञश्री माताजी ससंघ 9 पीछी का मिलन हुआ । निवाई नगरी में लगभग 70 साधु का मेला लगा है। सभी श्रावक भक्ति में मग्न हो रहे हैं।
भव्य अगवानी के पश्चात आचार्य भगवान का मंगल दिव्य उपदेश हुआ आचार्य भगवान ने सभी श्रावकों को संबोधित करते हुए कहा कि; श्रावकों को भक्ति के लिए धर्म समझने के लिए साधु संतों की सेवा करनी जरूरी है, तभी धर्म इस धरा पर टिक पाएगा ।अन्यथा धर्म का लोप होते हुए आज दिख रहा है। तत्पश्चात मंगल उपदेश के पश्चात आहार चर्या का यह पावन तम दृश्य दिख रहा था ऐसा लग रहा था कि इस काल में चतुर्थ कल के दर्शन हो रहे थे।