छोटे बच्चों में दिए गए धर्म के संस्कारी माता-पिता की अमूल्य पूंजी है प्रवचन केसरी विश्रांत सागरमहाराज

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रविवार 17 सितंबर 2023 सिद्ध क्षेत्र बड़ा गांव मध्य प्रदेश मुनि के चरणों में फलहोडी /बड़ा गांव /सिरसागंज /आदि स्थानों से आए भक्तों का समिति द्वारा स्वागत सम्मान किया गया

वर्षा योग कर रहे मुनि विश्रांत सागर महाराज ने बताया कि आज के युग में बिना संस्कार के बच्चे बालक

बालिकाएं कु को मार्ग पर दौड़ रहे है

समय रहते माता-पिता उन्हें जैन धर्म महावीर स्वामी के सिद्धांत मुनि की आहार चर्या उनके शत उपदेश में लेकर जाते तो वही बालक आज भगवान महावीर के ऊपर अपने हाथों से अभिषेक शांति धारा करते साधु को आहार कराते

माता-पिता द्वारा समय पर संस्कारी नहीं करने के परिणाम आज माता-पिता उनके द्वारा किए गए कृत्य के कारण ही कलंक का टीका लग गया जिसे कभी मिटाया नहीं जाता

उन्होंने बताया बाहर पढ़ने वाले नौकरी करने वाले बालक युवावस्था में होने पर अजेन लड़कियों से शादी कर अपना घर बसा रहे हैं उनके होने वाली औलाद भी अजेन होगी वह हमारे पर्व को क्या जाने
मुनि ने यह भी बताया कि वर्ष भर में प्रयुषण महापर्व क्यों मनाते हैं रोठ तीज पर्व का क्या महत्व है अनंत चतुर्वेदी क्यों मनाते हैं क्षमावाणी पर्व क्यों मनाते हैं यह सब जैन परिवार में जन्म लेने वाला प्रत्येक जीव जानता है
अजेन की पहचान तो कभी संसार में हुई नहीं जैन ने अपनी पहचान संपूर्ण भारतवर्ष में सरकार में बनाई कि हम जैन धर्म को मानने वाले अहिंसमय धर्म के भगवान महावीर स्वामी के अनुयाई हैं
मुनि ने बताया कि आज जैन समाज का एक लड़का जिला का कलेक्टर एसपी बनकर आने पर संपूर्ण जैन समाज में बधाइयां देता है

आज अपार धर्म सभा को मुनि ने संबोधित करते बताया कि प्रत्येक माता-पिता अपने छोटे-छोटे बच्चों को धर्म का बीजारोपण अभी से करें बच्चा खुमार की कच्ची मिट्टी की तरह होता है जैसा आप चाहोगे वैसा ही आप उसे बना पाओगे

मुनि ने संस्कार ही बुढ़ापे का अमूल्य निधि सहारा बताया

महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

 

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