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1 दिसंबर 1895 से प्रकाशित जैन समाज का सर्वाधिक प्रसार संख्या वाला साप्ताहिक

Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha

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गतिविधियां

विश्व स्तनपान सप्ताह- विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल

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स्तनपान को प्रोत्साहित करने और दुनिया भर के शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार के लिए हर साल 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान...

आत्म विश्वास से उठा एक कदम भी विधाता की लेखी को मिटा सकता है,

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बशर्त है - आत्म विश्वास और जीने का जुनून हो..!      प्रसन्न सागर जी महाराजऔरंगाबाद  उदगाव नरेंद्र /पियूष जैन भारत गौरव साधना महोदधि ...

भेद-विज्ञान की जागरूकता से ही मोह रुपी बंधन टूटता है – आचार्य अतिवीर मुनि

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प्रशममूर्ति आचार्य श्री १०८ शान्तिसागर जी महाराज (छाणी) परम्परा के प्रमुख संत परम पूज्य आचार्य श्री १०८ अतिवीर जी मुनिराज के परम पावन सान्निध्य...

मध्य प्रदेश में शिक्षण की कमी से अभिभावक एवं छात्रों का भविष्य सुरक्षित

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वर्तमान  में माता पिता अपने बच्चों को पढ़ा लिखाकर दूसरे शहरों में या विदेश भेज देते हैं पढ़ने या नौकरी के लिए उससे वे...

मेंहदी– बहुत उपयोगी – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल

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मेंहदी की पत्तियों का प्रयोग रंजक द्रव्य के रूप में किया जाता है तथा इसकी सदाबहार झाड़ियां बाड़ के रूप में लगाई जाती हैं।...

क्या हम धर्मभृष्ट हो चुके ?!! – विद्यावाचस्पति—डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल

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जिस प्रकार हमारे देश की संस्कृति ,इतिहास को मिटाने या बदल देने का प्रयास आज से लगभग दो सौ वर्ष पूर्व लार्ड मैकाले ने...

आचार्य चरक – चिकित्सा शास्त्र के प्रवर्तक – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन भोपाल

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चरक एक महर्षि एवं आयुर्वेद विशारद के रूप में विख्यात हैं। वे कुषाण राज्य के राजवैद्य थे। इनके द्वारा रचित चरक संहिता एक प्रसिद्ध...

लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्य तिथि – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन...

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लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का जन्म- २३जुलाई १८५६ - मृत्यु -१ अगस्त १९२० एक भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, वकील और एक स्वतन्त्रता सेनानी...

३१ जुलाई जन्म दिवस पर उपन्यास सम्राट प्रेमचंद – विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद...

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प्रेमचंद (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक थे । मूल नाम धनपत राय...

दालचीनी (सिनेमन ) का बहु आयामी उपयोग – विद्यावाचस्पतिडॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद्र जैन भोपाल

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दालचीनी में उड़नशील तेल २% ,सिनेमिक एसिड ,राल,टैनिन ,स्टार्च होते हैं छाल में भी तेल होता हैं . दालचीनी का उपयोग भारतीय घरों में खाने...

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