बिना पिछिका के दिगंबर जैन साधु सात कदम नहीं चल सकते

0
131

पिछिका परिवर्तन समारोह में जयपुर सहित हाडोती संभाग के लोग उमड़े

बिना पिछिका के दिगंबर जैन साधु सात कदम नहीं चल सकते

आर्यिका विशेषमति माताजी

महावीर कुमार जैन सरावगी नैनवा

जयपुर में 25 अक्टूबर 2023 शनिवार को ज्योति कॉलोनी के दिगंबर जैन मंदिर में गणिनी आयिका विशेषमति माता का वर्षायोग पिछिका का परिवर्तन समारोह अपार धर्म प्रभावना से संपन्न हुआ

समारोह दोपहर 1:30 बजे प्रारंभ हुआ गुरु माता विशुद्ध मति माताजी के चित्र पर सभी बाहर से पधारे अतिथियों द्वारा दीप प्रजनन किया मंगलाचरण की प्रस्तुति प्रियंका विदाईका ईरा बिदाईका द्वारा प्रस्तुति नृत्य के साथ की गई सामूहिक महिलाओं द्वारा भी
सभी कॉलोनी जयपुर के पदाधिकारी सहित हाडोती संभाग से
जिला बूंदी के नैनवा जिला टोंक के चौथ का बरवाड़ा अलोद गोठड़ा गांव आदि स्थानों से पहुंच कर धर्म के रंग में रंग गए
समिति के अध्यक्ष पदम जैन बिलाल चार माह वर्षा योग का लोगों को मांगलिक कार्यक्रम बताएं

गुरु पूर्णिमा को मंगल प्रवेश जैन शासन जयंती को मंगल कलश स्थापना 48 दिवसीय भक्तामर स्तोत्र के पाठ दीपकों से भव्य आरती महिलाओं द्वारा महावीर नाटिका 70 बालकों द्वारा अष्टमी को अभिषेक माता का दीक्षा दिवस दस दिनों तक अपार धर्म प्रभावना से सौरभ सागर महाराज का आशीर्वाद विधानसभा में मंगल प्रवेश दीपावली निर्माण लड्डू और आज भव्य पिछिका का परिवर्तन समारोह

बाहर से पधारे अतिथियों में नैनवा से जैन गजट संवाददाता महावीर सरावगी मोहन मारवाड़ा निर्मल जैन पाटनी टोनी जैन पत्रकार अन्य लोगों का समिति के पदाधिकारी में मिश्रीलाल महेश काला धन कुमार शाह सोभागमल जैन कोषाध्यक्ष तिलक माला दुपट्टा पहनाकर जोरदार स्वागत सम्मान किया

वर्षा योग मंगल कलश की अधिक माला पहनने वालों को माता द्वारा सम्मानित किया
प्रथम अनीता जैन द्वारा 26109 द्वितीय ज्ञानचंद जैन 21909 द्वितीय
पुष्पा बिलाला 16134 माला
माताजी ने अपने हाथों को इनको पुरस्कार देकर शुभ आशीष दिया

महावीर सरावगी नैनवा द्वारा वर्षा योग समिति के सभी पदाधिकारी एवं महिला मंडल का आभार व्यक्त किया
आयिका विशेषमति माता ने उद्बोधन ने बताया

ईश्वर की भक्ति एक या दो बार नहीं बार-बार प्रतिदिन करने से भगवान स्वयं भक्त के पास आते हैं

कलश स्थापना वर्षा योग की शुरुआत होती है पिछिका का परिवर्तन वर्षा योग का समापन हो रहा है मोर के पंखों से बनी हुई पिछिका संयम का सबसे बड़ा उपकरण है इसके बिना साधु सात कदम भी नहीं चल सकता नहीं दिगंबर साधु की पहचान हो सकती है एक पिछिका ऐसा उपकरण है जो जैन साधु का प्रमाण पत्र देता है
अपने घर पर रखकर भी थोड़ा-थोड़ा संयम धारण कर धर्म किया जा सकता है यही आपको संसार के दुखों से बचाने वाला सबसे बड़ा मार्ग बताया
गुरु मा ने एक वैश्या का उदाहरण देते हुए बताया कि अपना पूरा शरीर बेचकर धन इकट्ठा किया जाता है और नाना प्रकार के पाप कर्म किए जाते हैं वही धन वेश्या को एक दिन साथ नहीं देता अपनी जवानी समाप्त होने पर नरक गति को ले जाकर भारी वेदना देता है
इसलिए धर्म से धन- कमाया जाता है जहां धर्म होता है धन स्वयं ही चला आता है धन को धर्म कार्य में लगाने से धन में बढ़ोतरी होती है
गुरु माता ने वर्षा योग बहुत ही अच्छा होना बताया सभी कॉलोनी के लोगों का महिला मंडल का बहुत-बहुत आभार और आशीष गुरु माताजी ने दिया

महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here