पुष्पा- बिन्दायका धर्मपत्नी निर्मल बिन्दायका (एवरग्रीन )बगरू निवासी कोलकाता
भगवान महावीर के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है , उनके द्वारा बताए गए अहिंसा व अनेकांतवाद के सिद्धांतों से ही विश्व में शांति कायम रह सकती है, इसलिए महावीर के सिद्धांतों को अपने जीवन में उतरने की जरूरत है। वे तपस्वियों में आदर्श, विचारों में महान प्रचलित विधाओं में पारंगत थे। उन्होंने अपनी तपस्या के बल पर विधाओं को रचनात्मक रूप देकर जैन समूह के समक्ष उपस्थित किया था।
राजाबाबू गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान