भगवान की भक्ती से श्रैष्ठ दूसरा कोई साधन नहीं”

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परम पुज्य मुनि श्री प्रमाण सागर जी
राजेश जैन दद्दू
इंदौर
ये उदगार मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज ने इंदौर के विजयनगर स्थित विजनिस पार्क में संस्कृत भाषा में चल रहे ऐतिहासिक 108 मंडलीय श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान के विशाल पांडाल में छंटवे दिवस विशाल जन समूह को सम्बोधित करते हुए कहा प्रातःकालीन धर्म सभा में व्यक्त किये।
मुनि श्री ने कहा भगवान की आराधना जीवन की श्रैष्ठतम आराधना है,भक्ती वह क्रिया है जो हमारे हृदय के भावों को विशिष्ट बनाकर हमारी आत्मा को पवित्र बना देती है।अपने मन की मलीनता को दूर करने के लिये भक्ती से श्रैष्ठ और कोई दूसरा साधन नहीं है उन्होंने कहा कि शरीर का मल दूर करने के लिये तो हम सावुन लगाकर जल से शरीर का प्रछालन करते है,लेकिन-मन की मलीनता को दूर करने के लिये भगवान की भक्ती ही हमारे पास एक मात्र सहारा है, अभीआप लोग भक्ती की अथाह गंगा में अवगाहित हो रहे है। मुनि श्री ने कहा कि” गंगा में स्नान करने से पाप धुल जाता है,यह तो मुझे पता नहीं लेकिन इतना जरुर है,कि “भगवान आपका दोष रहित स्तवन तो बहूत दूर की बात है आपका मात्र नाम स्मरण ही हम सभी के कप्ट पापों को नष्ट कर देता है।सूरज तो बहूत दूर की बात है उसकी किरणें ही अंधेरे को दूर कर देती है, यह हम सभी का सौभाग्य है कि भगवान के नाम स्मरण करने का सामुहिक अवसर हम सब को मिल रहा है,अपने अंदर गाढ़ श्रद्धान रखें और यह मानकर चलें कि हमारे द्वारा बोला गया एक एक मंत्र हमारी आत्मा में लगे असंख्य कर्म पुंजों का क्षय करेगा मुनि श्री ने जैन ग्रंथ धवला का उदाहरण देते हुये कहा कि उसमें लिखा है कि जिनेन्द्र भगवान का दर्शन पूजन अभिषेक करने से बहु कर्म प्रदेशों की निर्जरा होती है, इस समय आपका तीव्र पुण्योदय चल रहा है जो आप सभी को दर्शन पूजन बंदन, और मनन,करने का सौभाग्य मिल रहा है। धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि आज मध्यप्रदेश के लोकप्रिय केबिनेट मंत्री जल संसाधन तुलसी राम सिलावट एवं लोकप्रिय विधायक रमेश मेंदोला दादा दयालु भी पधारे और गुरु चरणों में श्रीफल भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया। धर्म प्रभावना समिति के प्रमुख रानी अशोक डोसी आनंद नवीन गोधा हर्ष जैन, राहुल जैन धर्मेन्द्र जैन आदि सदस्यों ने मंत्री जी का स्वागत सम्मान किया।,

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