निज शुद्धात्मा में रमन करना ही ब्रह्मचर्य है :आचार्य प्रमुख सागर
आत्मा धर्ममयी है : गुलाबचंद कटारिया
गुवाहाटी: पयुषण पर्व के अवसर पर आज गुरुवार को असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए उन्होंने अपने संबोधन में जैन धर्म के नियमों के प्रति अपनी आस्था प्रकट की उन्होंने कहा कि हम अपने जीवन में एक भी धर्म को उतार ले तो अपना आत्म कल्याण कर सकते हैं। श्री कटारिया ने कहा कि हमें अपने जीवन में धर्म कार्य करते रहना चाहिए। उन्होंने व्रतियो का अभिनंदन भी किया। इससे पूर्व आज धर्म स्थल में दस लक्षण धर्म की आराधना अत्यंत श्रद्धा व भक्ति भाव पूर्वक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ की गई। इस अवसर पर ब्रह्मचर्य धर्म की व्याख्यान करते हुए आचार्य श्री ने कहा कि ब्रह्मा अर्थात् निज शुद्धात्मा में रमन करना ही ब्रह्मचर्य है। प्रचार प्रसार संयोजक ओमप्रकाश सेठी ने बताया कि आज दिन में 1 बजे अनंत चतुर्दशी के उपलक्ष में श्री दि.जैन(बड़ा) मंदिर से एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर श्रीजी को रथ में विराजमान करने का सौभाग्य संतोष कुमार महेंद्र कुमार पांडया परिवार गुवाहाटी/ईटानगर को प्राप्त हुआ।शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्गो से गुजरते हुए श्रमण संदेश विस्तारित कर रही थी। जुलूस की समाप्ति महावीर धर्मस्थल में हुई।जहां पर अनंत चतुर्दशी का कलशाभिषेक संपन्न हुआ। पंचायत के मंत्री वीरेंद्र कुमार सरावगी ने बताया की शाम 5 बजे इसी स्थल में सभी व्रती भाई बहनों का सामाजिक अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जुलूस व्यवस्था के संयोजक संजय रारा, श्री दिगंबर जैन यूथ फेडरेशन के अलावा समाज के सभी सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा।
यह जानकारी प्रचार-प्रसार विभाग के सह संयोजक सुनील कुमार सेठी एवं जयकुमार छाबड़ा द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।।
सुनील कुमार सेठी
प्रचार प्रसार विभाग , श्री दिगंबर जैन पंचायत , गुवाहाटी (असम)












