परम् पूज्य आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के दादा गुरु वात्सल्य रत्नाकर आचार्य श्री 108 विमल सागर जी महाराज को समर्पित श्री क्षेत्र गुरु शरणम की पत्रिका देखकर प्रसन्नचित से आचार्य श्री ने दिया मंगल आशीर्वाद,वात्सल्य रत्नाकर के अन्तिम दीक्षित शिष्य उपाध्याय रत्न श्री 108 ऊर्जयन्त सागर जी महाराज की पावन प्रेरणा एवं मंगल आशीर्वाद से ए .वी .एस फाउंडेशन द्वारा जयपुर आगरा राजमार्ग पर बनाये जा रहे तीर्थ के भूमि पूजन शिलान्यास की पत्रिका का अवलोकन कराते हुए फाउंडेशन के महामंत्री सुखानंद काला एवं गुणमाला काला ने 25 जनवरी को किये गए भूमि पूजन एवं शिलान्यास की एवं आचार्य श्री विमल सागर जी महाराज की प्रतिमा को विराजमान होने के बारे अवगत कराया । गुरुदेव उपाध्याय श्री का सबसे बड़ा सपना इस क्षेत्र को गुरू को ही समर्पित करने का है । इस क्षेत्र में आचार्य विमल सागर जी महाराज की भव्य विशाल प्रतिमा स्थापित किया जाना सुनिश्चित जानकर आचार्य श्री ने प्रसन्न मुद्रा में कहा कि हम दादा गुरु की कृपा से ही अपने रत्नत्रय को संभाल कर धर्म प्रभावना कर पाते है। उपाध्याय श्री को एवं सभी आयोजकों को इस कार्य की सफलता हेतु मंगल आशीर्वाद दिया । साथ मे उपस्थित अखिल भारतीय जैन बैंकर्स फोरम के जयपुर अध्यक्ष भागचंद जैन श्रीमती मनोरमा जैन मित्रपुरा ने भी आचार्य श्री से मंगल आशीर्वाद प्राप्त कर समाज हित मे किये जा रहे कार्यो के विषय मे चर्चा कर दिशा निर्देश प्राप्त किया ।
राजाबाबु गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान