दिगंबर जैन मुनि आचार्य विराग सागर जी महाराज के परम शिष्य विश्रांत सागर महाराज ने आगरा के जिनालय में धर्म सभा को बताया
इंद्रियों को संभाल के रखना दुनिया में सबसे बड़ा धर्म है इन धर्मों में सबसे बड़ी महान सतिसीता माता द्रोपति शोभा सती चंदनबाला प्रसिद्ध हुई
बताया कि इस व्रत को अपनी पत्नी के अलावा सभी संसारी भाइयों माता बहनों को अपने मन में उनके प्रति सदभावना ब्रह्मचर्य का पालन करने पर
इस धर्ममें मे विजय सेठ सैठानी सुदर्शन सेठ इस धर्म में प्रसिद्ध हुए
अपनी आत्मा में रमण करना आत्मा को परमात्मा बनाना बताया
मुनि भक्त महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान