योग जागरण यात्रा में योग युक्त नशा मुक्त हरियाणा के नारों से गूंज उठा जिला

0
1

यमुनानगर, 21 जून (डा. आर. के. जैन):
महानिदेशक आयुष हरियाणा के दिशा निर्देशानुसार उपायुक्त पार्थ गुप्ता एवं जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. प्रतिभा भाटिया के मार्ग दर्शन में आयुष विभाग द्वारा 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में पंचायत विभाग के सहयोग से जिले के सभी गावों में योग जागरण यात्रा निकाली गई, जिसमें खंड जगाधरी के गांव अमादलपुर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी वीरेंद्र सिंह ढुल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। खण्ड रादौर के गांव जठलाना में नेपाल सिंह राणा, खण्ड बिलासपुर में सरपंच कीर्ति रानी, गांव हरनौली में सचिव बलकार सिंह, गांव कैल में सरपंच चरण सिंह, खण्ड प्रताप नगर में नरेंद्र दलाल, खण्ड सढौरा में ग्राम सचिव भूपेन्द्र सिंह, खण्ड सरस्वती नगर में ग्राम सचिव सुंदर सिंह, खण्ड छछरौली के गांव लेदी में सरपंच राजेश कुमार व अन्य प्रत्येक गांव में योग जागरण यात्रा में ग्राम सरपंच व अन्य सम्मानित व्यक्ति मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. प्रतिभा भाटिया ने जानकारी देते हुए कहा कि जिला योग कोऑर्डिनेटर डा. सुनील कम्बोज के नेतृत्व में गांव अमादलपुर मे योग जागरण यात्रा निकाली गई जिसमें मुख्य अतिथि सी. ई. ओ. जिला परिषद वीरेंद्र सिंह ढुल के द्वारा सुघ व्यायामशाला में पौधा रोपण करके योग जागरण यात्रा गांव अमादलपुर के राजकीय प्राथमिक स्कूल से शुरू होकर श्री रविदास मंदिर पर समाप्त हुई। इस यात्रा में गांव के बच्चे, नौजवान, बुजुर्ग एवं महिलाओं ने बड़े उत्साह से भाग लिया। आयुष योग सहायक दीपक बड़ौला एवं अयोध्या, सोनिया आर्य ने लोगों से योग युक्त नशा मुक्त हरियाणा, करो योग रहो निरोग विषय पर स्लोगन बुलवाए। योग जागरण यात्रा के दौरान डा. शिव कुमार ने लोगों को सूक्ष्म योग करवाया। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने उपस्थित लोगों को योग के बारे में जागृत करते हुए कहा कि इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य की थीम पर आधारित है। उन्होंने कहा कि हमें अपने जीवन में हर रोज योग एवं ध्यान को जरूर अपनाना चाहिए। प्रतिदिन योग करने से हम कभी बीमार नहीं पड़ेंगे। हरियाणा सरकार योग को आमजन तक पहुंचाने के लिए इस तरह के आयोजन समय-समय पर करती रहती है। उन्होंने बताया कि आज हर गांव में हर पंचायत स्तर पर योग जागरण यात्रा निकाली गई जिसके द्वारा आम जन तक योग का प्रचार-प्रसार किया जा सके। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. प्रतिभा भाटिया ने बताया कि यमुनानगर जिले के 36 गांवों में योग-शालाएं बनाई गई है, जिनमें प्रतिदिन सुबह 6 बजे से 9 बजे तक आयुष विभाग के योग सहायक गांव के लोगों को नि:शुल्क योग करवाते हैं। इसी प्रकार आयुष विभाग की सभी इकाइयों में भी योग सहायकों तथा योग इंस्ट्रक्टरों द्वारा लोगों को योग करवाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से 25 दिन पूर्व से ही योग की तैयारियां शुरु करवा दी गई थी जिसमें जिले के सभी विभागों के कर्मचारियों, आंगनबाड़ी, स्कूल, कॉलेज, थर्मल, निगम के सभी वार्डों और कार्यालयों में आयुष विभाग के योग विशेषज्ञ एवं योग सहायकों द्वारा प्रोटोकॉल प्रशिक्षण का अभ्यास करवाया गया है। उन्होंने सभी से अपील की है कि सभी 21 जून 2025 को नई अनाज मंडी जगाधरी में 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाने के लिए प्रातः: 5-30 बजे पहुंच कर योग का लाभ उठाएं।
फोटो नं. 1 व 2 एच.
विभिन्न स्थानों पर योग जागरण यात्रा निकालते लोग……………..(डा. आर. के. जैन)

—— विश्व योग दिवस विशेष ——-
स्टॉप एजिंग-जानिए उम्र के बदलावों को रोकने वाले सबसे अहम उपाय
10 सरल एक्सरसाइज बुढ़ापे की रफ्तार को करती है कमए बनाती हैं पूरा शरीर को मजबूत
यमुनानगर, 21 जून (डा. आर. के. जैन):
बढ़ती उम्र का असर 30 के बाद दिखने लगता है। हार्वड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार इस उम्र के बाद अधिकतम हार्ट बीट हर साल प्रति मिनट एक कम हो जाती है। खून पंप करने की क्षमता प्रति दशक 5 प्रतिशत से 10 प्रतिशत कम होने लगती है। 40 की उम्र के बाद टेस्टोस्टेरोन हर साल 1 प्रतिशत घटता है। उम्र के इन बदलावों को एक्सरसाइज से धीमा किया जा सकता है। योगाचार्य सुन्दर लाल सैनी ने बताया कि उम्र की रफ्तार रोकने वाली दस एक्सरसाइज ऐसी है जिनके नियमित प्रयोग से बढ़ती उम्र को रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि उम्र बढऩे की रफ्तार को कम करना चाहते हैं तो स्क्वाट्स करें। यह आपके पूरे शरीर को फिट बनाता है। विशेष रूप से पैर और हिप्स की मांसपेशियों जैसे हैमस्ट्रिंग ग्लूट्स और क्वाड्स। यह आपके शरीर के कोर को मजबूत करता है। इससे संतुलन और अलग-अलग अंगों में समन्वय बेहतर होता जाता है। यह हड्डियों के घनत्व को बढ़ाकर उम्र की रफ्तार कम कर देता है। हैंगिंग लेग रेज थोड़ी चुनौतीपूर्ण एक्सरसाइज है। यह आपके शरीर के मध्य भाग और लैट्स यानी पीठ और शोल्डर के पास की वी शेप मसल्स के लिए बहुत उपयोगी है। एक तरह से यह पूरे शरीर को ताकतवर बनाती है और उम्र बढऩे की प्राकृतिक गति को भी धीमा करती है। उन्होंने बताया कि वॉकिंग एक सामान्य एक्सरसाइज जरूर लगती है, लेकिन एक तरह की वेटलिफ्टिंग गतिविधि भी है। असल में जब आप वॉक करते हैं तो अपने आसपास के प्राकृतिक गुरुत्वाकर्षण से भी मुकाबला करते हैं। इससे आपकी हड्डियों और मांसपेशियों दोनों को फायदा होता है, और पूरे शरीर को कार्यक्षमता बढ़ती है। इसी प्रकार हाई इम्पैक्ट मूवमेंट जैसे कि रस्सी कूदना, जंपिंग जैक और स्किपिंग इस कैटेगरी में आते हैं। इससे हड्डियों का घनत्व बढ़ता है और शरीर में स्फूर्ति व संतुलन भी बढ़ता है। इस तरह की गतिविधियों में हार्ट बीट तेजी से बढ़ती है। कैलोरी भी तेजी से बर्न होती है। इस दौरान शरीर के वजन के लगभग 2.5 गुना के बराबर बल पैदा होता है, जो आपके जोड़ों, लिगामेंट्स पर दबाव डालता है, इसलिए इसे करते समय सावधानी रखनी चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि हाथ व पैरों को क्रॉस करने से आप शरीर के मध्य भाग को विपरीत दिशा में ले जाने की कोशिश करते हैं। इससे खिंचाव पैदा होता है और मांसपेशियों के निर्माण में मदद मिलती है। इससे मस्तिष्क के दाएं और बाएं हिस्से में कम्युनिकेशन बेहतर होता है। मस्तिष्क की कार्यप्रणाली भी मजबूत होती है। प्लैंक करने से पूरे शरीर के संतुलन को बेहतर होता है। कोर मसल्स को मजबूती मिलती है। बॉडी पॉश्चर ठीक होता है, जिससे पीठ की चोटों का खतरा कम हो जाता है, मेटाबॉलिज्म ठीक होता है और यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। रिएक्शन ट्रेनिंग में खेल गतिविधियों आती है। जैसे बैडमिंटन, क्रिकेट, टेबल टेनिस, टेनिस खेलना या जुम्बा जैसी एक्सरसाइज में शामिल होना। यह गतिविधियां शरीर के रिएक्शन टाइम को ठीक करती हैं। चौकन्ने रहने की क्षमता को बढ़ाती है। पंजों के बल खड़े रहने की एक्सरसाइज पिंडलियों की मांसपेशियों के लिए है। इससे पिंडलियों को बेहतर आकार मिलता है। पिंडलियों का सीधा संबंध पेट से होता है। यह आपके पैरों से की जाने वाली एक्सरसाइज की क्षमता को बढ़ाता है। उन्होंने बताया कि सीढ़ियां चढ़ना एक आसान एक्सरसाइज है, लेकिन आपके शरीर के पूरे निचले हिस्से की सभी मांसपेशियों पर काम करती है। इसमें पिंडली, ग्लूट्स, क्वाद्धिसेप्स और हैमस्ट्रिंग शामिल हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि यह एक्सरसाइज आपकी हड्डियों और जोड़ को मजबूत करती है। रेजिस्टेंस ट्रेनिंग मांसपेशियों की ताकत बढ़ाता है। आपकी सहनशक्ति के स्तर में सुधार करता है। इस तरह की एक्सरसाइज में वेटलिफ्टिंग, बार, डम्बल आते हैं और यह सर्वश्रेष्ठ एंटी एजिंग एक्सरसाइज है।
फोटो नं. 3 एच.
जानकारी देते योगाचार्य सुन्दरलाल सैनी………………..(डा. आर. के. जैन)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here