वृद्ध माता-पिता की सेवा करना सबसे बड़ा तीर्थ है

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प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज
18 जून बुधवार 2025
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
गणाचार्य विराग सागर जी महाराज के परम प्रभावक परम शिष्य
प. पू. प्रवचन केसरी मुनिश्री 108 विश्रांत सागर जी महाराज ससंघ का गाडरवारा में मात्र दो दिन का प्रवास रहा इस दौरान महती धर्म की प्रभावना हुई
आज दिनांक 18 जून 2025 को आहार के समय भी दृश्य देखने योग्य था शतक से भी ज्यादा लोगों ने मुनिराज का आहार देखकर एवं आहार देकर अपने जीवन को धन्य किया मुनिराज ससंघ का मंगल विहार हुआ तो लोगों की श्रद्धा उमड़ पड़ी बिहार के दौरान मुनिराज ने वृद्ध माता पिता को संबोधन भी किया, उन्होंने बताया माता-पिता बचपन में आपको कितना प्यार स्नेह करते थे
ऊन माता-पिता का वृद्धावस्था आने पर आप उनके साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं उन माता-पिता को वह दिन याद है जब तुम्हारी हर खुशी में श्री गिरते थे हर वस्तु तुम्हें लाकर देते थे कितने प्यार से तुम्हें खिलाने थे अपने पास बिठाते थे
आज दो वक्त की रोटी और तन पर पहनने के कपड़े आपको माता-पिता के लिए बोभा बन गए
माता-पिता की सेवा करना आपके लिए एक तीर्थ से काम नहीं है जब तक माता-पिता आपके पास में है वह बहुत बड़ा आपका सौभाग्य है जिस दिन माता-पिता संसार से चले जाएंगे आप अकेले रह जाएंगे उनके हाथ आपके सर से उठ जाएगा और आप अनाथ हो जाओगे
कहीं युवाओं ने मुनि के प्रवचनों को अमल किया और तालिया की गड़गड़ा से जिनालय के अंदर जय जयकार के नारे भी लगाए
अधिक मात्रा में श्रद्धालु मुनिराज के साथ फार्म हाउस तक पहुंचे,मुनिराज की आरती भक्तों ने श्रद्धा के साथ की मोदी ने सभी भक्तों को अपना आशीष दिया वृद्ध माता-पिता की कहा की सेवा से बढ़कर कोई उपकार नहीं
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

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