भीलवाड़ा, 8 अगस्त- स्वयंशुद्ध है, तो मन शुद्ध होगा, विचार अच्छे हैं, सोच अच्छी होगी, मनुष्य में अगर कषाय भरी है तो मान- सम्मान चला जाएगा।
मुनि अनुपम सागर महाराज न्यू हाउसिंग बोर्ड स्थित संयम भवन में आयोजित धर्म सभा को संबोधित कर रहे थे। मुनि अनुपम सागर महाराज ने कहा कि काम अच्छा करें,मन का काला साफ हो जाएगा। मन शुद्ध है, मन पवित्र है तो सिद्ध शिला तक जाने में देर नहीं लगेगी। उन्होंने कहा कि बुद्धि व संस्कारों से मन को शुद्ध करो। उन्होंने कहा कि पंडित यदि आगम पूर्वक क्रिया करें, वही पंडित है। पर पदार्थ मिट्टी के समान, स्वयं आत्मा का कल्याण के साथ दूसरे की आत्म कल्याण करें, राग द्वेष से दूर रहे, विनम्र रहे वहीं सच्चा पंडित होता है। उन्होंने कहा कि माता बच्चों को जन्म देती है उसे मालूम है पीड़ा क्या होती है, किसान ,सैनिक को अपने कर्तव्य का ज्ञान है। मुनिश्री ने कहा कि होशियारी नहीं, समझदार बनो। कीचड़ के दल-दल में मत फंसो, किच-किच कीचड़ है। ज्ञान गंगा के द्वारा पुण्यवान बनो। इससे ही आत्मा का कल्याण होगा।
मुनि निर्मोहसागर महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि भगवान में श्रद्धा करोगे तो आत्मा का कल्याण होगा। ज्ञान होते हुए भी मूढ़ता में चले जाते हो, भटक जाते हो। ज्ञान का महत्व को समझें, ज्ञान से ही मान सम्मान मिलेगा।
अध्यक्ष राकेश पाटनी ने बताया कि पदम प्रभु दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट बापूनगर के पदाधिकारी लक्ष्मीकांत जैन अध्यक्ष, अशोक पाटोदी उपाध्यक्ष, पूनम चंद सेठी मंत्री, प्रकाश पाटनी प्रचार एवं संगठन मंत्री एवं राजकुमार शाह, राकेश जैन, चेतन अग्रवाल, गोवर्धन अग्रवाल ट्रस्टीगणों ने प्रारंभ में दीप प्रजनन कर मुनि ससंघ का पाद पक्षालन, जिनवाणी भेंट एवं अर्ग समर्पण किये। पूनम चंद सेठी ने मंगलाचरण किया। पदमचंद काला ने मंच का संचालन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में धर्मालुगण उपस्थित थे।
प्रकाश पाटनी
भीलवाड़ा।