जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर गिरनार सिद्ध क्षेत्र की पावन भूमि पर उरसेवा निवासी महावीर प्रसाद -विनोद कुमार , कैलाश चंद पाटनी परिवार की अगुवाई में गये 211 तीर्थ यात्रियों के दल ने हर्षोल्लास से की वन्दना तथा साबला में विराजित वात्सल्य वारिधी आचार्य 108 वर्धमान सागर जी महाराज स संघ के दर्शन कर धर्म लाभ प्राप्त किया
वात्सल्य वारिधी आचार्य 108 वर्धमान सागर जी महाराज को मदनगंज किशनगढ़ में पावन चातुर्मास 2024 हेतु सामूहिक रूप से जयकारों के साथ किया श्री फल भेंट
साबला/डूंगरपुर
फागी संवाददाता
जैन धर्म के 22 वें तीर्थंकर भगवान नेमीनाथ की मोक्षस्थली पावन सिद्ध क्षेत्र सिद्वों की पावन भूमि गिरनार पर्वत पर महावीर प्रसाद, विनोद कुमार , कैलाश चंद,पिन्टू कुमार,नित्य,धवल पाटनी परिवार की अगुवाई में गये 211 यात्रियों के दल ने पावन सिद्ध क्षेत्र गिरनार ,तारंगा , जीरावाला पार्श्वनाथ,पालीताणा , पांवागढ़ होते हुए वन्दना करने के बाद यह दल 9 अक्टूबर को प्रातः डूंगरपुर जिले के साबला कस्बे में स्थित पूर्वाचार्य अजित सागर जी महाराज की समाघि स्थली अजित कीर्ति गिरी पर पहुंचा, कार्यक्रम में जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने शिरकत करते हुए बताया कि अजित कीर्ति गिरी पहुंचने के बाद यहां विराजमान आचार्य 108 श्री वर्धमान सागर महाराज स संघ के दर्शन कर उक्त यात्रा दल ने अपने को धन्य किया, कार्यक्रम में सभी श्रृद्धालुओं ने आचार्य वर्धमान सागर जी महाराज स संघ के जयकारों के साथ दर्शन कर पूजा अर्चना की कार्यक्रम में यात्रा संयोजक कैलाश पाटनी ने अवगत कराया कि कार्यक्रम में अजमेर,कुचामन,
मदनगंज किशनगढ़, मालपुरा,फुलेरा ,केकड़ी, ब्यावर,लाम्बा,रहलाना,खोरा बिसल,दूदू ,नारेड़ा ,फागी , माधोराजपुरा , निवाई तथा सांगानेर सहित अनेक शहरों कस्बों से पधारे हुए गणमान्य जनों ने कार्यक्रम में आचार्य श्री कि विभिन्न व्यंजनों से पूजा अर्चना की तथा पाटनी परिवार ने रजत धातु से बने नारियल, रजत युक्त अष्टद्रव्यों सहित पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना करते हुए मंगलमय आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में यात्रा पुण्यार्जक महावीर प्रसाद ,विनोद कुमार, कैलाश चंद पाटनी ने बताया कि मदनगंज किशनगढ़ से पधारे सकल जैन समाज ने जयकारों के साथ सामूहिक रूप से आगामी पावन चातुर्मास 2024 हेतु आचार्य श्री को श्रीफल भेंट किया एवं चकवाड़ा में पावन चातुर्मास 2024 हेतु धर्म गुणामृत ट्रस्ट की तरफ से विमल कुमार -महेंद्र कुमार पाटनी उरसेवा निवासी ने श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया, उक्त समय समाज सेवी दिलीप कासलीवाल, चेतन प्रकाश पांड्या, सुभाष बड़जात्या, सुमेर गोधा, भागचंद बोहरा ,सुभाष वेद, निर्मल पांड्या, नेमीचंद, कमल कुमार, मुकेश कुमार पाटनी सहित सभी पदाधिकारियों ने श्री फल भेंट कर मंगलमय आशीर्वाद प्राप्त किया।कार्यक्रम में आचार्य श्री ने जैन समाज की 129 वर्ष सबसे पुरानी जैन गजट का भी विमोचन कर उसका अवलोकन किया तथा आचार्य श्री ने अपने मंगलमय में उद्बबोधन में श्रृदालुओं को संबोधित करते हुए बताया कि वर्तमान समाज प्रीति एवं प्रेम में डूबा हुआ है व दो मुखी है, समाज अगर प्रीति और प्रेम एवं धर्म के प्रति, धर्मात्माओं के प्रति,वीतरागता के प्रति समर्पित रहता है तो धर्म की भव्य अभिवृद्धि होती है। पाटनी परिवार के पूर्व जन,माता पिता , और परिवार जनों ने धर्म की अभिवृद्धि की है यह उसी का प्रतिफल है जो विनोद कुमार -उषा पाटनी के वैवाहिक जीवन के 50 वर्ष सुखद पूर्वक पूर्ण होने पर जीवन की यात्रा को सुखद एवं सफल बनाकर धार्मिक रुप दे दिया। कार्यक्रम में उक्त यात्रा दल अतिशय क्षेत्र अणिंदा पार्श्वनाथ के दर्शन कर वापस देर रात मदनगंज किशनगढ़ पहुंचा ओर सभी यात्रियों ने विभिन्न क्षेत्रों की यात्रा स हर्ष करवाने पर पाटनी परिवार का आभार व्यक्त किया, विनोद कुमार -उषा पाटनी की 50 वीं वैवाहिक वर्षगांठ की खुशी में पाटनी परिवार ने जैन गजट को 2100/, रुपये सहयोग राशि प्रदान की है जैन गजट परिवार पाटनी परिवार के भविष्य की मंगलमय कामना करता है।
राजाबाबु गोधा जैन महासभा मीडिया प्रवक्ता राजस्थान