वर्तमान के वर्तमान त्याग एवं तपस्या की मूर्ति संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज का समतापूर्वक समाधि छत्तीसगढ़ के डोला चंद्रगृह तीर्थ डोंगरगढ़ में शनिवार रात्रि के अंतिम प्रहार 2:35 पर हुआ
आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज को खंडेलवाल सरावगी समाज बूंदी द्वारा चौगान जैन नोहरा मैं रात्रि के 7:30 बजे विंनयांजलि सभा आयोजित की गई जिसमें समाज के राजकुमार जैन बड़जात्या ने कहा कि णमोकार महामंत्री में नमो अरिहंतानम का अभिप्राय हें कि हम लोक के सभी आचार्यों को नमोस्तु करते हें. आचार्य श्री कुल 89 मूल गुण के धारक थे। आज हम इन मूल गुणों के अंश को अपने में अपनाकर सही अर्थों में आचार्य श्री को अपनी विनयांजलि अर्पित करें.
खंडेलवाल सरावगी समाज के अध्यक्ष रविंद्र काला मंत्री संतोष पाटनी तेजमल जैन पारस गंगवाल अनिता सेठिया सुमन कासलीवाल ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की
इससे पूर्व महाराज श्री के चित्र पर एडवोकेट तेजमल जैन ने दीप प्रज्वलित प्किया। आचार्य श्री के मोक्ष मार्ग के लिए 9 बार णमोकार मंत्र का पाठ किया और 2 मिनट का मोन रखा
सकल जैन समाज बूंदी की ओर से सोमवार को प्रातः 8:30 बजे अहिंसा सर्किल पर समता भाव रखने वाले संत श्री 108 विद्यासागर महाराज के लिए विंध्यांजलि सभा आयोजित की।
एडवोकेट संजय जैन ने आचार्य श्री के जीवन पर उनकी चर्चा पर प्रकाश डाला। खण्डेलवाल सरावगी समाज के अध्यक्ष रविंद्र काला ने अपनी विनयांजलि में कहा कि आचार्य श्री पिछड़े वर्ग एवं वंचित वर्ग आगे बढ़ाने के लिए हमेशा काम किया करते थे
क
उनका संदेश था कि स्वदेशी अपनाओ हाथ खरगा को अपनाओ एवं इंडिया नहीं भारत बोलो
राजेंद्र जैन अजेता ने आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज का अर्घ चढ़ाकर विनयांजलि अर्पित की। राजकुमार जैन बड़जात्या, राजेंद्र कासलीवाल ने भी विनयांजलि अर्पित की ।
विनयांजलि के बाद नो णमोकार मंत्र का पाठ किया एवं 2 मिनट का मोहन रखा।
विंनयांजलि सभा में सकल जैन समाज के मंत्री महावीर जैन धनोप्या नैनवा रोड जैन समाज के अध्यक्ष बिरधी
चंद जैन देवपुरा जैन समाज के अध्यक्ष विनोद कुमार जैन कोटिया श्वेतांबर समाज से विमल भंडारी महेंद्र काला बीना नोसनदा जैन पदम जैन ममता पातनी नवीन गंगवाल सहित समाज के की पुरुष एवं महिलाएं उपस्थित थी।