*तिजारा में हुआ इस वर्ष का पहला वर्षायोग कलश स्थापना समारोह*
वर्षायोग में सन्त सम्यक दिशा व दशा परिवर्तन का मार्ग बताते हैं वैसे भी कहा गया है कि कुछ देर की तेज बारिश का सारा जल व्यर्थ बह जाता है और कम फायदा करता है जबकि धीमी बारिश का जल जमीन के अंदर तक अपनी गहरी पहुँच बनाता है और फसलों के लिए भी उपयुक्त रहता है उसी प्रकार कुछ समय के लिए सन्तों का आगमन तेज वर्षा के समान है जबकि वर्षायोग में सन्तो का आगमन धीमी बारिशवके समान है जो सुखद व अमृत वर्षा होती है और जीवन की अनन्त शून्यता व रिक्तता को समाप्त कर उपयुक्त परिवर्तन करती है। अतः वर्षायोग की धीमी फुहारों में आवश्यक रूप से भीगना चाहिए और अपने जीवन को सम्यक व सदमार्ग की ओर अग्रसर करना चाहिए यही वर्षायोग की सार्थकता है। उक्त उद्गार श्री 1008 चन्द्रप्रभु अतिशय क्षेत्र देहरा तिजारा ने आयोजित दसवें वर्षायोग कलश स्थापना समारोह में आचार्य वसुनंदी महाराज की सुशिष्या आर्यिका वर्धसवनंदनी माताजी ने श्रावक श्राविकाओं को वर्षायोग का महत्व समझाते हुए व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि श्रमण व समाज जिनशासन रूपी रथ के दो पहिये हैं। दोनो के बराबर चलने से ही यह रथ आगे बढ़ सकता है अतः साधु और समाज के बराबर योगदान की आवश्यकता है।कहीं भी थोड़ी शिथिलता जिनशासन रथ को आगे बढ़ने में रुकावट उत्पन्न करती है।
देहरा तिजारा के अध्यक्ष मुकेश जैन ने बताया कि अतिशय क्षेत्र देहरा तिजारा में किसी संघ का काफी लंबे समय के बाद वर्षायोग हो रहा है। आर्यिका वर्धस्व नंदनी माताजी के साथ संघ में कुल नो साध्वी वर्षायोग कर रही हैं जिससे महती धर्म प्रभावना हो रही है। समाज के साथ साथ आसपास की जैन समाजों को भी धर्म लाभ मिलेगा। इस अवसर पर मुख्य कलश जीवंधर जैन कोषाध्यक्ष मन्दिर समिति परिवार को प्राप्त हुआ तो भक्तो द्वारा तीव्र गर्मी में भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में अन्य कलश भी स्थापित किए गए तो वही भक्तो द्वारा चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन, पाद प्रक्षालन व शास्त्र भेंट भी किए गए। मंच संचालन संजय शास्त्री,चक्रेश जैन व निर्मल जैन तिजारा द्वारा किया गया तो तिजारा मंदिर समिति के पदाधिकारी द्वारा अतिथियों का स्वागत सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर सत्यार्थी मीडिया पुस्तक का विमोचन धर्म जागृति संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र जैन दिल्ली, राष्ट्रीय प्रचार मंत्री संजय जैन बड़जात्या कामां,जम्बूस्वामी तपोस्थली बोलखेड़ा अध्यक्ष रमेश जैन गर्ग,नरेंद्र जैन तिजारा,सचिन जैन टूंडला व मंदिर समिति के पदाधिकारीयों ने किया।
संजय जैन बड़जात्या कामां,सवांददाता जैन गजट