रविवार 21 जनवरी 2024 को जैन पत्रकार महासंघ रजि. का चतुर्थ राष्ट्रीय अधिवेशन शीतल तीर्थ रतलाम में आर्यिका 105 सौहार्द मति माताजी सानिध्य एवं क्षेत्र की प्रमुख अधिष्ठात्री सविता दीदी के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
40 वर्षों से अधिक पत्रकारिता के क्षेत्र में अग्रणीय भूमिका निभाने वाले श्रीप्रकाश पाटनी को कर्मयोगी, जैन रत्न, समाज भूषण राजेंद्र के गोधा स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
श्री प्रकाश पाटनी ने अपनी लेखनी से जैन धर्म के प्रचार प्रसार में योगदान बना हुआ है
एक नजर पाटनी के जीवन व्यक्तित्व पर इनका जन्म स्व. श्री नंदलाल पाटनी के यहां 10 अप्रैल 1951 को भीलवाड़ा राजस्थान में हुआ। पाटनी काफी लंबे समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में अग्रणी कार्य करते हुए जैन समाज की प्रसिद्ध पत्रिका जैन गजट एवं अन्य समाचार पत्रों में लगभग 40 वर्षों से अपनी लेखनी से धर्म की प्रभावना करते हुए कार्य कर रहे हैं। यह समाज सेवा के कार्य में भी अपनी महती भूमिका निभाते रहे हैं। निर्मल हृदय व्यक्तित्व स्पष्ट वक्ता सटीक लेखन के धनी श्री श्री प्रकाश पाटनी ने अपनी लेखनी एवं पत्रकारिता से अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
जैन धर्म श्रमण संस्कृति के उन्नयन व प्रचार- प्रसार में सदैव योगदान के साथ-साथ सामाजिक- रचनात्मक संगठनों से भी जुड़कर कई बहुमुखी कार्य किए हैं। सकल दिगंबर जैन समाज भीलवाड़ा में भी अपनी उत्कृष्ट पहचान बनाई है। उनके कार्य कुशलता दक्षता के कारण बापू नगर स्थित श्री पदम प्रभु दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट में 35 वर्षों से लगातार कार्यकारिणी में विभिन्न पदों पर रहते हुए मंदिर के विकास में अहम योगदान एवं जैन पत्रकार महासंघ के आजीवन सदस्य एवं जिला संयोजक के नाते जैन पत्रकार महासंघ में भी इनका सेवा समर्पण को यह पुरस्कार दिया है। यह ऐसे व्यक्तित्व हैंजो सभी को आगे लाने का भी कार्य करते है। और ख्याति नाम से सदा परे रहते हैं।
रविन्द्र काला
जेन गजट संवाददाता