बूंदी, 27 जून। मधुबन काॅलोनी स्थित मुनि सुव्रतनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पंचम पट्टाधीश राष्ट्र गौरव वात्सल्य वारिधि तपोनिधि आचार्य 108 वर्धमान सागर महाराज का 36वां आचार्य पदारोहण दिवस मनाया। इस अवसर पर मुनि सुप्रभ सागर महाराज ने गुणावाद करते हुए धर्मसभा में कहा कि आज के समय पर परिवारजनों का एक साथ चलना मुश्किल हो रहा है। जबकि आचार्यश्री 36 पिच्छिधारी साधुओं को साथ लेकर चल रहे हैं जो एक बहुत बड़ी बात है। धर्म का मार्ग व मोक्ष का मार्ग को प्रशस्त कराने में धर्मगुरुओं का बहुत बड़ा योगदान रहता है। आचार्य ने जीवन में कई उपसर्गों को सहन करते हुए अग्नि परीक्षा मंे आगे बढ़े। मुनिश्री ने कहा कि आचार्य वर्धमान सागर महाराज आचार्य शांतिसागर महाराज की जैन परम्परा का निर्वाह करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
धर्मसभा में वैराग्य सागर महाराज ने कहा कि जिस धर्म में धर्मगुरु नहीं होते वह धर्म समाप्ति की ओर बढ़़ जाता है और उन्होंने आचार्य वर्धमान सागर महाराज का गुणवाद किया।
मधुबन महिला मण्डल, देवपुरा महिला मण्डल, नागदी बाजार महिला मण्डल, गुरुनानक काॅलोनी महिला मण्डल, सकल जैन समाज महिला मण्डला ने आचार्यश्री की अष्ट द्रव्यों से पूजा की। आचार्य पदारोहण पर राजकुमार जैन एवं रविन्द्र काला व मंत्री नमन जैन ने भी वर्धमान सागर महाराज का गुणवाद किया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम मंगलाचरण सीमा कोटिया ने किया तथा दीप प्रज्वलन कैलाश धनोप्या, अध्यक्ष दुर्लभ जैठानिवाल, निदेशक मनीष जैन धोवड़ा वालों, पूरबचंद ने किया। दोनों मुनिराजों को शास्त्र भेंट किया गया। संचालन नमन जैन ने किया।
धर्मसभा में वैराग्य सागर महाराज ने कहा कि जिस धर्म में धर्मगुरु नहीं होते वह धर्म समाप्ति की ओर बढ़़ जाता है और उन्होंने आचार्य वर्धमान सागर महाराज का गुणवाद किया।
मधुबन महिला मण्डल, देवपुरा महिला मण्डल, नागदी बाजार महिला मण्डल, गुरुनानक काॅलोनी महिला मण्डल, सकल जैन समाज महिला मण्डला ने आचार्यश्री की अष्ट द्रव्यों से पूजा की। आचार्य पदारोहण पर राजकुमार जैन एवं रविन्द्र काला व मंत्री नमन जैन ने भी वर्धमान सागर महाराज का गुणवाद किया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम मंगलाचरण सीमा कोटिया ने किया तथा दीप प्रज्वलन कैलाश धनोप्या, अध्यक्ष दुर्लभ जैठानिवाल, निदेशक मनीष जैन धोवड़ा वालों, पूरबचंद ने किया। दोनों मुनिराजों को शास्त्र भेंट किया गया। संचालन नमन जैन ने किया।